पोर्न आंटी की चुदाई कहानी में एक चुदक्कड़ लड़की ने पड़ोस की एक आंटी की सेटिंग मेरे साथ करवा के उसे मेरे साथ भेज दिया. मैंने उस आंटी की जम कर चुदाई की.
फ्रेंड्स, मैं रवीश कुमार आपको अपनी रंडी गर्लफ्रेंड प्राची के सामने रहने वाली पूनम आंटी की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहने के दूसरे भाग
लालची लड़की ने गांड मरवा ली
में अब तक आपने पढ़ा था कि पूनम को खुद चुदवाने की चुल्ल थी, जिस वजह से वो मेरे साथ एक अकेले कमरे में आ गई थी.
अब आगे पोर्न आंटी की चुदाई कहानी:
मैं पूनम के होंठों को चूसने लगा, पूनम मेरा साथ देने लगी.
हम दोनों एक दूसरे के होंठ चूसने में लगे हुए थे.
पूनम को 3 साल बाद किसी मर्द का स्पर्श मिला था; वह भूखी शेरनी के जैसे मेरे होंठ को किस करने लगी.
किस करती हुई पूनम मेरे होंठों को काटने लगी थी, जिससे मुझे दर्द होने लगा.
मैं पूनम को अलग करने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसने मेरे चेहरे को पकड़ रखा था.
मैंने पूनम के बाल पकड़ कर उसे पीछे खींचा, तो वो अलग हुई.
पूनम- सॉरी, बहुत दिन बाद किया है … इसलिए!
मैं- आराम से करो.
पूनम ने खुल कर कहा- पहले एक बार चोद दो, फिर सब आराम से करते हैं.
पूनम खड़ी हुई और उसने अपना पजामा और पैन्टी एक साथ खोलकर अलग रख दी.
पूनम की मोटी मोटी जांघों के बीच पाव रोटी सी फूली हुई चूत मुझे दिखने लगी थी.
पूनम ने मेरी जींस के बटन को खोला और एक झटके में जींस और चड्डी को खोल दिया.
मेरा लंड पहले से खड़ा था.
मैं- मुँह में लेकर गीला कर दो.
पूनम- एक बार चोद लो, उसके बाद चूसना चाटना करते रहना.
पूनम मेरे ऊपर चढ़ कर लंड पर बैठने वाली थी, मैंने उसे कंडोम दे दिया.
तो पूनम बोली- इसकी कोई जरूरत नहीं है, मेरा ऑपरेशन हो चुका है. बिंदास चोदो, चूत में गिराओ. जब तक चूत में पानी नहीं गिरे ना, चुदाई का मजा नहीं आता है.
मैं- मैं बिना कंडोम के सेक्स नहीं करता हूं.
पूनम ने कंडोम लगा दिया और लंड पर चूत को सैट करके बैठ गई.
लंड पर बैठ कर वह हल्के हल्के आगे पीछे होने लगी, उसने कामुक सिसकारियां भरते हुए अपनी कुर्ती को उतार दिया.
अब पूनम सिर्फ ब्रा पहने हुए लंड पर कूद रही थी.
मैं कमर को पकड़ कर उछलने में उसकी मदद कर रहा था.
अपने बालों को सहलाती हुई पूनम अपने होंठ को काट कर सेक्सी भाव दे रही थी.
पूनम बड़े आराम से कूद कूद कर चुद रही थी जिसमें वो कुछ कुछ आवाज भी कर रही थी.
पूनम ने अपनी ब्रा को भी खोल दिया, मैंने भी लेटे लेटे अपनी शर्ट को खोल कर अलग कर दिया.
मैंने पूनम के चूचों को दबाना शुरू किया, पूनम मस्ती में 10 मिनट कूद कर चुदी और झड़ गई.
पूनम मेरे बगल में लेट कर बोली- अब तुम ऊपर आकर चोदो, पूरा अन्दर तक डालना. हर झटके पर चोट की आवाज आनी चाहिए.
उसने अपनी गांड के नीचे एक तकिया लगा लिया जिससे उसकी चूत थोड़ी ऊपर हो गई.
मैं पूनम की चूत पर लंड सैट करके लेट गया और पूरी तेजी में चोदने लगा.
हर धक्के पर चट चट की आवाज आने लगी थी.
मैं पूनम को किस करते हुए चोदने लगा था. पूनम मेरी पीठ को सहलाती हुई चुदवा रही थी.
दस मिनट चोदने के बाद मैं और पूनम साथ में झड़ गए और मैं पूनम के बगल लेट गया.
मैं- मजा आया?
पूनम- हां, बिना कंडोम के चोदते तो और मजा आता.
मैं- ऐसे ही काम चलाओ.
पूनम- मुझे कुछ जरूरी बात बोलनी है.
मैं- बोलो!
पूनम- मुझे तुमसे प्यार, मोहब्बत या किसी तरह की पाबंदी नहीं चाहिए, दोनों की रजामंदी से सिर्फ चुदाई होगी. मुझे तुमसे कुछ नहीं चाहिए, तुम भी कुछ उम्मीद मत रखना.
मैं- मुझे भी सिर्फ चूत चाहिए.
पूनम- मैं शादीशुदा औरत हूं, मैं मौका मिलने पर ही मिलने आऊंगी, तो मैं जब बोलूं, तब ही मिलने का प्लान बनाना.
मैं- ठीक है.
पूनम- जो भी होगा, उसका हम दोनों के अलावा तीसरे को पता नहीं चलना चाहिए.
मैं- ठीक है.
तब मैंने उसे कहा- मुँह में लेकर खड़ा करो, ज्यादा समय नहीं है.
पोर्न आंटी ने लंड को पकड़ कर किस किया, फिर धीरे धीरे लंड पर जीभ घुमाने लगी.
शायद पूनम ने पहली बार लंड चूसा था. दो मिनट लंड चूसने के बाद पूनम थूकने के लिए बाथरूम चली गई.
वो कुल्ला करके वापस आई और फिर से लंड चूसने लगी.
दो मिनट के बाद पूनम फिर से अकबकाने लगी और बाथरूम चली गई.
इस बार मैं भी बाथरूम चला गया, पूनम की पीठ को सहलाया, उसका मुँह धुलवाया.
मैं- घुटने के बल बैठ जाओ, बाथरूम में ही लंड चूसो. इस बार कुछ भी हो, पूरा लंड चूसना पड़ेगा.
पूनम- ठीक है.
मैंने पूनम को नीचे बैठा कर उसके मुँह में लंड दे दिया.
पूनम आधा लंड ही मुँह में ले रही थी. मैंने धीरे धीरे उसके मुँह को चोदना शुरू कर दिया.
मैं पूनम के सिर को पकड़ कर पूरा लंड गले तक पेलने लगा.
पूनम छूटने की कोशिश करने लगी लेकिन वो छूट नहीं पा रही थी.
पूनम की आंखें बड़ी हो गई थीं. उसमें आंसू और दर्द दिखने लगा तो मैंने लंड बाहर निकाल लिया.
मुँह से लंड निकालते ही पूनम उल्टी करने लगी.
मैंने पूनम को साफ करने में मदद की.
मैं- एक बार और चूसोगी क्या?
पूनम- ठीक है.
मैंने फिर से पूनम के मुँह की ठुकाई शुरू कर दी.
मैं उसके मुँह को चूत समझ कर चोदने लगा. एक झटके में पूरा लंड गले में अन्दर तक डाल देता था.
बीच बीच में मैं अपने लंड पर या पूनम के मुँह में थूक देता, जिससे लंड में चिकनाई बनी रहे.
लगभग 15 मिनट की लंड चुसाई के बाद मेरा माल निकलने को हुआ, तो मैंने पूनम की सिर को अपने लंड पर दबा दिया और उसके मुँह में अपना माल गिरा दिया.
मैंने पूनम को सारा माल पीने का इशारा किया और जब तक उसके गले से माल नीचे नहीं चला गया, तब तक मैंने लंड बाहर नहीं निकाला था.
मुँह से लंड निकालते ही पूनम ने फिर से उल्टी करनी शुरू कर दी.
पूनम खुद को साफ कर रही थी, तो मैंने पेशाब करना शुरू कर दिया.
पूनम- रुको, मेरे ऊपर पेशाब करो, मुझे नहला दो अपने मूत से!
मैंने घूम कर पूनम के चूचों पर धार मारना शुरू कर दी.
पूनम झुक कर अपने चेहरे पर धार लेने लगी.
वो मुँह खोल कर पेशाब को मुँह में लेने लगी.
मुझे थोड़ा अजीब लगा कि साली वीर्य पीकर तो उलटी कर रही थी लेकिन मूत्र पीने की शौकीन लग रही है.
खैर … मैं पूनम के मुँह में मूतने लगा.
पूनम का मुँह पेशाब से भर गया और उसके चूचों पर पेशाब गिरने लगी.
पूनम- लेट जाओ, मुझे भी तुम्हें पेशाब से नहलाना है.
मैं- मुझे ये पसंद नहीं है.
पूनम- लेट जाओ, मैं पेट और लंड पर पेशाब करूंगी.
मैं- ठीक है.
मैं लेट गया, पूनम ने मेरी छाती पर बैठ गई और उसने मेरे पेट और लंड पर अपना गर्म मूत की धार मारनी शुरू की.
उसने मेरे खड़े लंड पर पेशाब की धार मारी और पूरा लंड धो दिया.
मैं- नहा लो, फिर बिस्तर पर चल कर चुदाई करते हैं.
पूनम- नहाते हुए यहीं चोद दो न!
मैंने शॉवर चालू कर दिया और पूनम को दीवार के सहारे खड़ा करके झुका दिया.
उसकी चूत पीछे से खुल गई.
मैंने पीछे से चूत में लंड पेल दिया और चोदने लगा.
हम दोनों पर फव्वारे का पानी गिर रहा था.
पूनम एक हाथ से अपने बदन को नहला रही थी और दूसरे हाथ से नल को पकड़ी हुई थी.
मैं पूनम के चूचों को दबाते हुए पूरी तेजी में चोदने लगा.
पांच मिनट चोदने के बाद पूनम झड़ गई तो मैंने पूनम का एक पैर कमोड पर रखवा दिया और दूसरा पैर जमीन पर.
मैं सामने से खड़ा होकर पूनम को किस करते हुए चोदने लगा.
हम दोनों एक दूसरे के पीठ गांड को सहला कर मजा देने में लगे थे.
हमारा पानी निचुड़ गया था.
खड़े खड़े चोदने के बाद मैं पूनम को बिस्तर पर ले गया.
मैंने पूनम को बिस्तर के किनारे पर लेटा दिया और जमीन पर खड़े होकर पूनम की चूत में लंड पेल दिया.
पूनम की दोनों टांगें हवा में थीं. मैं पूरी तेज़ी में लंड अन्दर बाहर कर रहा था. पलंग और पूनम दोनों की आवाज सुनाई देने लगी थी.
दस मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मैं झड़ गया और पूनम के ऊपर लेट गया.
पूनम- मेरा नहीं हुआ है, मुझे अभी और चुदवाना है.
मैं- अगली बार, अब निकलते हैं यहां से.
पूनम- अगर तुम बुरा ना मानो तो अपने दोस्त से पूछो, वो चोदेगा क्या?
मैं- ठीक है.
मैंने अपने दोस्त राजू को फोन लगाया।
मैं- मजा लेने का मन है क्या?
राजू- ये भी कोई पूछने की बात है, दिलाओगे तो ले लेंगे.
मैं- जल्दी से घर आ जा.
राजू- ये कौन है, कहां से मिली?
मैं- ऑनलाइन डेटिंग साइट पर मिली थी, चुदने का शौक है, सोचा तुझे भी मजे दिला दूं.
राजू- वो चुदने को तैयार है?
मैं- हां, मेरे बगल में लेटी हुई है. तुम ज्यादा सवाल मत करो, बस आ जाओ.
मेरा मोबाइल स्पीकर पर था.
पूनम ने कह दिया- आ जाओ देवर जी, मैं चुदने को तैयार हूं.
राजू- ठीक है, भाभी आता हूँ.
दस मिनट में राजू खाना पैक करवा कर आ गया.
मैंने अपना खाना निकाल कर अलग किया और बाहर बैठ कर खाने लगा.
राजू बाकी खाना लेकर पूनम के साथ रूम में बंद हो गया.
मैंने खाना खाकर प्राची को फोन कर बता दिया कि तेरी पूनम आंटी की चुदाई हो गई है और वो अभी मेरे दोस्त से भी चुद रही है.
प्राची- आंटी की तो चांदी हो गई, एक दिन में दो लंड मिल गए.
मैं- पूनम ने पहली बार वीर्य पी लिया और अपनी मर्जी से पेशाब भी.
प्राची- मतलब!
मैं- पोर्न आंटी ने अपने मुँह में पेशाब करवाई और मूत पी लिया.
प्राची- छी: … कोई पेशाब कैसे पी सकता है?
मैं- जैसे वीर्य पी सकता है.
प्राची- मैंने एक चूत दिला दी.
मैं- उर्वशी से बात कहां तक पहुंची?
प्राची- तुम्हारा काम हो जाएगा.
मैंने फोन काट दिया और सोफे पर सो गया.
एक घंटे के बाद मेरी नींद टूटी तो देखा कि पूनम और राजू रूम में बंद थे.
थोड़ा इंतजार करके मैंने पूनम को फोन किया- घर नहीं जाना है क्या?
पूनम- बहुत दिन बाद चुद रही हूं, बहुत मजा आ रहा है. बोर हो रहे हो तो अन्दर आ जाओ. दोनों दोस्त मिल कर चोद लो.
मैं- नहीं, तुम आराम से चुदाई करो.
मैंने फोन रख दिया.
पूरे ढाई घंटे के बाद राजू रूम से बाहर आया. वो बहुत खुश नजर आ रहा था.
राजू- मजा आ गया यार, गजब चुदक्कड़ माल है.
मैं- कितनी ट्रिप मारी?
राजू- चार ट्रिप. जा भाई तुझे अन्दर बुला रही है.
मैं अन्दर गया, पूनम नंगी ही चादर ओढ़ कर लेटी हुई थी.
पूनम- मन है तो एक बार और कर लो.
मैं- नहीं, जल्दी से तैयार हो. यहां से निकलते हैं.
पूनम- जल्दी से एक बार चोदो ना, फिर चलते हैं.
मैं- जाओ चूत धोकर साफ़ कर आ जाओ.
पूनम मुँह बनाती हुई बाथरूम में चली गई और उंगली डाल डाल कर चूत साफ करने लगी.
बिस्तर पर आकर पूनम टांग फैला कर लेट गई.
मैंने सिर्फ अपनी जींस और चड्डी को खोला. फिर पूनम के ऊपर चढ़ कर मैंने चूत पर लंड को सैट किया और चोदने लगा.
मैं चौथी बार चोद रहा था तो झड़ने में बहुत समय लग रहा था.
मैंने बिना रुके बीस मिनट तक पूनम को चोदा.
उसके बाद मैं उठ के पूनम के चूचों पर बैठ गया और लंड चुसवाने लगा.
कुछ मिनट लंड चुसवाने के बाद मैं पूनम के मुँह में झड़ गया.
पूनम ने इस बार बिना हिचके सब माल पी लिया.
थोड़ी देर बाद पूनम तैयार हो गई और हम दोनों वहां से निकल गए.
उसके बाद पोर्न आंटी पूनम को जब भी मौका मिलता, वो मुझे कॉल कर देती.
मैं उसे राजू के रूम पर ले जाता और दोनों दोस्त बारी बारी पूनम को चोद देते थे.
पूनम और राजू में अच्छी दोस्ती हो गई थी. कभी कभी मेरे नहीं होने पर भी दोनों मिल कर चुदाई कर लेते थे.
कुछ दिनों के बाद प्राची ने खुशी की चूत दिला दी.
वो सेक्स कहानी अगली बार लिखूंगा.
आपको मेरी पोर्न आंटी की चुदाई कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल से बताएं.
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