पचास साल की शर्मीली चाची की चूत मालिश

नंगी चाची की गांड मारी मैंने! मैं काम से चाची के घर रुका. उनके बदन में दर्द की शिकायत थी. मैंने उनकी मालिश करने को कहा. मालिश के बहाने मैंने उनको नंगी कर लिया.

दोस्तो, मेरा नाम राहुल है. मैं कानपुर का रहने वाला हूँ.

आज मैं आपको अपनी और अपनी सगी चाची की सच्ची सेक्स कहानी बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने नंगी चाची की गांड मारी.

मेरी उम्र अभी 25 वर्ष की है.
मुझे बड़ी उम्र की औरतें चोदना बहुत पसंद आती हैं और मुझे उनकी मसाज का भी बहुत शौक है.

मेरी चाची का नाम सुषमा है, वे दिल्ली में मयूर बिहार में रहती हैं.
कंपनी के काम से मुझे कानपुर से दिल्ली आना हुआ तो चाची के यहां रुका।
मैं करीब 3 साल बाद उनके पास गया था.

मेरी चाची विधवा हैं और 12 साल पहले उनके पति की मौत एक कार एक्सीडेंट में हो गयी थी.
चाची की एक बेटी है और 2 बेटे हैं.
बेटी की उम्र लगभग 28 साल है और वह एक स्कूल टीचर है.

जब मैं दोपहर में चाची के घर पंहुचा तो चाची ने गुलाबी रंग की मैक्सी पहन रखी थी.
उस मैक्सी का गला काफी बड़ा था और उनकी चूचियों की दरार साफ नजर आ रही थी जो पसीने से भीग चुकी थी.

मैं चाची के पैर छूने के लिए नीचे झुका ही था कि चाची ने मुझे गले लगा लिया और गाल पर एक प्यारी सी पप्पी दे दी.

चाची का घर तीन मंजिला जरूर है, पर छोटा है.
आप जानते ही हैं कि दिल्ली में घर छोटे छोटे ही होते हैं.

ऊपर वाली मंजिल में उनका बड़ा बेटा अपनी पत्नी के साथ रहता है और छोटा बेटा बीच वाले माले में रहता है.
चाची व उनकी बेटी गरिमा नीचे वाले कमरे में सोती हैं.

चाची ने मुझसे कहा- जाओ राहुल, नहा लो … तब तक मैं तुम्हारे लिए नाश्ता बना देती हूँ और गरिमा भी स्कूल से आती ही होगी.

मैं फटाफट से नहाने के लिए बाथरूम में घुस गया.
ये काफी छोटा बाथरूम था.

बाथरूम में घुसते ही मेरी नजर चाची की ब्रा व पैंटी पर पड़ी.
ब्रा का रंग काला था और पैंटी हल्की पीले रंग की थी, जिसमें लाल फूल बने हुए थे.

मैं तुरंत उनकी पैंटी उठा कर सूंघने लगा.
वाह क्या मस्त खुशबू आ रही थी.

फिर मैं चाची के नाम की मुठ मारकर बाहर आया और नाश्ता किया.
तब तक दोपहर के 3 बज चुके थे और गरिमा भी स्कूल से वापस आ चुकी थी.

चाची और मैं घर परिवार की बातें कर रहे थे।

तभी चाची बोलीं- राहुल अब पहले जैसी ताकत नहीं रही. जरा सा काम कर लो तो पैरों व घुटनों में दर्द हो जाता है. गरिमा सुबह स्कूल चली जाती है, सारा घर का काम मुझे ही करना पड़ता है.
मैंने चाची से कहा- अभी इस उम्र में ही आपके पैरों में दर्द रहने लगा है … अभी तो आप जवान हो!

चाची हंस पड़ीं और बोलीं- मस्का लगाना बंद करो. पूरे 50 साल की हो गयी हूँ.
मैं- पर चाची आप कहीं से भी लगती नहीं हो कि आप 50 की हो. मुझे तो लगता है कि आप अभी भी 35 की ही हो.

चाची- अरे राहुल बेटा, तेरे चाचा को गुजरे ही 12 साल हो गए हैं. अब तो जवानी भी ढल गयी है.
मैं- चाची पर आपने अपने आप को काफी मेंटेन कर रखा है. मेरा बस चले, तो मैं आपको अपनी गर्लफ्रेंड बना लूँ.
चाची- चल शैतान कहीं का … अपनी बूढ़ी चाची को गर्लफ्रेंड बनाएगा!
हम दोनों हंसने लगे.

तभी गरिमा कमरे से निकल कर बाहर आ गई और बोली- मम्मी, मैं ट्यूशन पढ़ाने जा रही हूँ. रात 9 बजे तक आ जाऊंगी.
चाची- अच्छा बेटा.

मैं- चाची आपके पैरों व घुटनों में दर्द रहता है, तो मालिश क्यों नहीं करवाती हो आप? मालिश से आपको काफी आराम मिल जाएगा.
चाची- राहुल बेटा, किससे कराऊं? गरिमा के पास टाइम ही नहीं रहता.

मैं- अरे चाची आपका ये भतीजा किस दिन काम आएगा. मैं आपके पैरों की मसाज कर देता हूँ. आपका दर्द बिल्कुल गायब हो जाएगा.
चाची- अच्छा बेटा कर दे.

मैं फट से उठा और ड्रेसिंग टेबल से नारियल का तेल उठा कर ले आया.

मैंने चाची से कहा- चाची आप पहले बैठ जाओ, मैं स्ट्रेचिंग कर देता हूँ.
वे लेट गईं.

मैंने चाची के दोनों हाथ ऊपर करते हुए गर्दन के पीछे ले जाकर खींच कर स्ट्रेच किए.
इससे चाची को काफी अच्छा लगा.

चाची कहने लगीं- वाह राहुल, तुमने तो एक ही झटके में मजा दे दिया.
मैंने कहा- चाची, अभी ये तो शुरुआत है. आप उल्टी लेट जाओ और मैक्सी को थोड़ा ऊपर कर लीजिए. मैं आपके पैर के तलवों की मालिश कर देता हूँ.

मैंने तेल अपने दोनों हाथों में लगाया और पैरों के तलवों पर प्रेशर पॉइंट के साथ मसाज देने लगा.
तकरीबन 15 मिनट के बाद चाची की आंखें बंद होने लगी थीं.

मैंने उनकी मैक्सी को थोड़ा और ऊपर कर दिया व एक पैर मोड़ कर दूसरे पैर से हल्की सी स्ट्रेच करने लगा.
तभी चाची ने कहा- राहुल काफी अच्छी मसाज करते हो तुम … कहां से सीखा?

मैंने चाची से झूठ बोलते हुए कहा- चाची मैंने कानपुर में मसाज का डिप्लोमा किया है.
चाची हंसने लगीं और बोलीं- चल झूठे … मसाज की पढ़ाई भी होती है क्या?

मैंने कहा- हां चाची, मसाज की विधि होती है और इसको सही से करने का एक तरीका होता है. जो मुझे बहुत अच्छे से आता है. आप कहो तो मैं आपको फुल बॉडी मसाज दे दूँ!

चाची- राहुल बेटा, ये फुल बॉडी मसाज क्या होती है?
मैं- चाची मैं आपको दे देता हूँ ना फुल बॉडी मसाज … आपका सारा दर्द छू मंतर हो जाएगा.
चाची- अच्छा बेटा, तो फिर कर दे.

मैं- चाची आप अपनी मैक्सी को उतार दो.
चाची- अरे नहीं बेटा, मैं पूरी नंगी हो जाऊंगी!

मैं- तो क्या हुआ चाची आपने नीचे कुछ तो पहन रखा होगा ना!
चाची- हां बेटा, ब्रा पैंटी पहन रखी है.

मैं- तो फिर उतार दीजिये, नहीं तो तेल लग जाएगा तो मैक्सी ख़राब हो जाएगी.

चाची- पर बेटा मुझे शर्म आ रही है.
मैं- अच्छा चाची आप शर्माओ मत. आराम से लेटी रहो … माइंड बिल्कुल मत करना. आप बस रिलैक्स करो. मैं आपको चादर दे देता हूँ, उसे ओढ़ लो और आंख बंद कर लो. मैं कमरे की लाइट भी ऑफ कर देता हूँ.
चाची- ठीक है बेटा.

मैंने चाची को एक चादर दे दी और उन्होंने उसे ओढ़ लिया.

चाची ने चादर के अन्दर ही अपनी मैक्सी उतारी और उल्टी होकर लेट गईं.

मैंने तेल लिया और उनकी जांघों पर लगाने लगा.
जांघों में तेल लगाने के बाद जब मैं अपनी उंगलियों को फिरा रहा था, तब चाची ने अपनी टांगों को थोड़ा खोल दे रही थीं, जिससे मेरी उंगलियां उनकी पैंटी से होते हुए चूत की दरार तक स्पर्श कर रही थी.

मैं चाची की पैंटी नीचे की तरफ सरकाने लगा कि तभी चाची ने मुझे रोक दिया.
उन्होंने कहा- राहुल बेटा, ये क्या कर रहा है. मैं नंगी हो जाऊंगी!
मैंने कहा- अरे चाची, आप परेशान मत हो. इसलिए मैंने आपको चादर औढ़ा रखी है. आप अपने भतीजे की उंगलियों के जादू का मजा लीजिए बस!

चाची हंसती हुई बोलीं- ठीक है उतार दे मेरी पैंटी और कर दे मुझे नंगी!
तो चाची के मुँह से पैंटी शब्द सुनते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा.

मैंने चाची की पैंटी उतार दी और चादर के अन्दर से ही उनके बड़े बड़े चूतड़ों पर तेल लगाने लगा.

कुछ मिनट तेल लगाने के बाद मैं उनकी पीठ की तरफ बढ़ने लगा.
जब मैं पीठ की तरफ बढ़ने लगा, तो चादर नीचे से सरकने लगी और चाची के चूतड़ बिल्कुल नंगे मुझे नजर आने लगे.

मैंने चादर पूरी हटा दी और चाची के चूतड़ों पर बैठ गया.

चाची कहने लगीं- अरे बेटा चादर क्यों हटा दी?
मैंने कहा- चाची, ये फुल बॉडी मसाज है. मेरा पूरा हाथ नहीं चलेगा तो आपका दर्द कैसे गायब होगा! वैसे भी कमरे में अंधेरा है, मुझे कुछ नहीं दिख रहा है.

चाची बोलीं- ठीक है राहुल, तुम मेरी पीठ पर ऐसे ही मसाज करो. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.
मैं करीब 30 मिनट तक चाची की कमर व पीठ व चूतड़ों पर हाथ चलाता रहा.

इसके बाद मैंने चाची से कहा- चाची, अब आप सीधी लेट जाइए. आगे भी मसाज कर देता हूँ.
चाची बोलीं- अरे नहीं बेटा, आगे दर्द नहीं है … बस कर अब. तुमसे मसाज लेकर बहुत अच्छा लगा.

मैंने कहा- चाची, आपको मैं फिर से चादर औढ़ा दे रहा हूँ ताकि आप शर्माओ नहीं. आपको बहुत शर्म आ रही है. इतना क्यों शर्माती हो चाची … शरीर ही तो है. जब मैं छोटा था, तब मम्मी बताती हैं कि आप मेरी मालिश किया करती थीं. वो भी मुझे पूरा नंगा करके. अब आपके शरीर में दर्द है, तो मैं कर दे रहा हूँ.

चाची- अरे बेटा, तब तू छोटा था.
मैं- पर चाची मैं तो आपके लिए अभी भी छोटा ही हूँ ना … चलिए सीधा लेटिए मैं आपके दूध की मालिश कर देता हूँ.

चाची- ठीक है राहुल पर चादर डाल दे.
चाची सीधी होकर लेट गईं.
अब उनके शरीर पर एक पतली सी चादर थी.

मैं पहले उनके कंधे पर अपने हल्के हाथों से मालिश करता रहा, फिर धीरे धीरे मैंने अपने हाथ चाची की छाती की तरफ बढ़ाने शुरू कर दिए और अपनी दो उंगली चाची के दूध के बीच की गहरी दरार में घुसेड़ दीं.

तब चाची एकदम से सिहर उठीं और अपनी आंखें बंद करने लगीं.

फिर मैं चादर के अन्दर से ही चाची की चूचियां में तेल डाल कर उन्हें धीरे धीरे मसलने लगा.

चाची को भी अब मजा आने लगा था. वे आंखें बंद करके मजा ले रही थीं.

फिर मैं चादर खींच कर हटाने लगा, तब चाची ने मुझे रोक दिया और बोलीं- राहुल, चादर के अन्दर ही करो मालिश. बहुत अच्छा लग रहा है.

मैंने कहा- चाची मुझे हाथ चलाने में दिक्कत हो रही है. अंधेरा तो है ही कमरे में. मैं थोड़ा सा सरका देता हूं.

चाची बोलीं- राहुल बेटा मुझे शर्म आ रही है.
मैंने कहा- चाची शर्माओ मत. दिल्ली की औरतें तो बाहर वाले लड़कों से मसाज करवाती हैं … वो भी पूरी नंगी होकर. और एक आप हो कि अपने भतीजे से ही शर्मा रही हो!

चाची बोलीं- बेटा, तुझे दिल्ली के बारे में बहुत पता है. चल जैसा मन करे, कर दे … बस मेरी थकान उतार दे.
मैंने कहा- चाची, आप आंख बंद करे रहो, आपको अभी अच्छा लगेगा.

फिर मैंने चाची की चादर पूरी खींच ली और चाची के दोनों दूध, जो कि काफी बड़े थे और बिल्कुल सफ़ेद … अंधेरे में भी नजर आ रहे थे.

चाची पूरी नंगी मेरे सामने लेटी थीं.
मैंने अपना काम शुरू किया.

क्योंकि मुझे मसाज करनी अच्छे से आती है. इसलिए मैंने पहले चाची की मसाज पर ध्यान दिया.

मैं चाची की नाभि पर तेल डाल कर उनके पेट और दूध की 20 मिनट तक मालिश करता रहा.

उसके बाद मैं चाची की टांगों की तरफ बढ़ने लगा. चाची की चूत के पास काफी बड़ी बड़ी झांटें थीं.

मैं सोच रहा था कि चाचा के जाने के बाद शायद चाची जंगल ही रखती हैं.

चाची की चूत पर मैं नारियल का तेल डालकर चूत के चारों तरफ दो उंगलियों से मसाज दे रहा था.

तब चाची ने अपनी दोनों टांगें फैला दीं और सिसकारियां भरने लगीं.
मैं समझ चुका था कि चाची अब गर्म हो चुकी हैं और चुदाई के लिए तैयार हैं.

पर मैं उन्हें अभी वासना की भट्टी में और ज्यादा जलाना चाहता था.
मैं जानता था कि मेरी चाची जरा शर्मीली हैं और 12 साल से उनकी चूत प्यासी है. आज चूत को लंड के पानी की जरूरत है.

और मैं चाहता था कि चाची मुझसे खुद कहें कि राहुल सींच दे मेरे खेत को.

पर चाची अपनी आंखें बंद करके बस सिसकारियां लिए जा रही थीं.

मैं उनकी चूत के चारों तरफ तेल से मालिश करने के बाद उनकी चूत पर दो उंगली रख कर फेरते हुए नीचे की तरफ आ गया.
तभी चाची के मुँह से ‘आह उइ आह …’ की आवाज सुनाई दी.
मुझे उनकी झांटों से भरी चूत गीली गीली सी महसूस हुई.

मैंने दोबारा फिर से यही किया.
इस बार चाची ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोलीं- राहुल, अब अपनी चाची की अन्दर से भी मसाज कर दे.

मैंने तुरंत अपना मुँह चाची की चूत पर लगा दिया और चूत चाटने लगा.
चाची ने मेरा सर पकड़ कर ‘आ ई उ अ ई.’ किए जा रही थीं.

तक़रीबन 10 मिनट तक चाची की चूत चाटने के बाद उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मैं चाची की चूत का सारा पानी चाट गया.
मुझे चूत का पानी बहुत पसंद है.

मैंने हाफ पैंट उतारा और अपना लंड चाची के हाथ में दे दिया.
चाची उसे धीरे धीरे हिलाने लगीं.

मैंने कहा- चाची, अपना मुँह खोलो!
चाची के मुँह खोलते ही मैंने अपना लंड उनके मुँह में दे दिया पर चाची लंड चूसने में शर्मा रही थीं.

मैंने कहा- चाची शर्माओ मत, ये सोचो कि आइसक्रीम चूस रही हो.

इतना बोलते ही चाची को हंसी आ गयी और बोलीं- राहुल, तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है. इसे कौन मुँह में नहीं लेना चाहेगा. तेरे जैसा लंड तेरे चाचा का था बेटा.

फिर चाची मेरा लंड चूसने लगीं और मैं सातवें आसमान में पहुंच गया.
चाची के गले तक मेरा लंड जा रहा था.

थोड़ी देर बाद चाची बोलीं- राहुल बेटा, अब इसे मेरी चूत में डाल कर अपनी चाची की वर्षों से बंजर पड़ी जमीन की सिंचाई कर दे.

मैंने चाची को डॉगी स्टाइल में आने को कहा और उनकी चूत पर अपना लंड लगा कर अन्दर घुसेड़ दिया.

चाची चिल्ला रही थीं- आह … और जोर से चोद मादरचोद. अपनी चाची को चोद डाल भोसड़ी के. आह बड़ा मजा दे रहा है.

दस मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना माल चाची की चूत में झाड़ दिया.

चाची की चूत में माल गिराने के बाद मैं और चाची चिपक कर नंगे ही लेटे रहे.

इसके बाद मैंने कमरे की लाइट ऑन कर दी.
कमरे में उजाला होने के बाद चाची का बदन दूध की तरह चमक रहा था.

चाची अब पूरी नंगी होकर मेरे बदन से चिपक कर मुझसे बातें कर रही थीं.

मैंने चाची से धीरे से पूछा- कैसी लगी चाची मेरी चुदाई मालिश?
चाची बोलीं- बेटा, बहुत अच्छा लगा. पूरे 12 साल बाद किसी मर्द से चुदी हूं. तेरे चाचा मुझे बहुत चोदते थे. उनको वाइल्ड सेक्स का बहुत शौक था.

मैंने कहा- चाची वाइल्ड सेक्स का तो मैं भी शौक़ीन हूं. बताओ ना क्या क्या करते थे चाचा! आज से मैं आपको चुदाई का पूरा सुख दूंगा.

चाची ने कहा- बेटा, वे मेरी गांड में वनीला आइसक्रीम लगा कर चाटते थे.
मैंने कहा- चाची आप परेशान मत हो. मैं चाचा से अच्छा वाइल्ड सेक्स करूंगा. प्रॉमिस!

इसके बाद मैंने चाची को अपनी बांहों में भर लिया और चाची की जीभ में अपनी जीभ घुसेड़ दी.

दो मिनट किस करने के बाद चाची का मूड बन गया.
इस बार चाची पूरी तरह खुल गयी थीं.
चाची बोलीं- राहुल बेटा तू लेट, मैं तेरे मुँह में अपनी चूत रगड़ती हूं.

उन्होंने मेरे मुँह में अपनी चूत लगा दी और बोलीं- चाट मेरे लाल मेरी चूत … आज अपनी चाची की चूत चाट चाट कर पूरी साफ कर दे … आह 12 साल से भूखी शेरनी को तूने जगा दिया हैं मादरचोद राहुल.

चाची के मुँह से ऐसी गन्दी गन्दी गाली सुनकर मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.

चाची की चूत 10 मिनट तक चाटने के बाद चाची बोलीं- फ्रिज में गरिमा बिटिया की डेरी मिल्क चॉकलेट रखी है. जाओ ले आओ राहुल.

मैं फटाक से डेरी मिल्क ले आया.
चाची ने डेरीमिल्क फाड़ कर मेरे लंड और पेट पर लगाने लगीं, उसके बाद उसे चाटने लगीं.

मुझे तो मानो जन्नत का मजा मिल रहा था.
चाची ने मेरे लंड में चॉकलेट लगा चाटे जा रही थीं.

कुछ 15 मिनट लंड चूसने के बाद चाची बोलीं- राहुल बेटा, क्या तुम मेरी गांड में चॉकलेट लगा कर चाटोगे?

मैंने कहा- क्यों नहीं चाची जी, आपकी गांड इतनी चिकनी है कि कोई भी इसे चाटना पसंद करेगा.

फिर मैंने चाची को डॉगी स्टाइल में किया और उनकी गांड में चॉकलेट लगा कर जीभ से चाटने लगा.

वाह क्या गांड थी चाची की … मुझे बहुत मजा आ रहा था.
चाची के बड़े बड़े चूतड़ों के बीच में अपनी जीभ घुसेड़ कर मजा ले रहा था.

चाची बोलीं- भोसड़ी के राहुल मादरचोद … अब मेरी गांड भी मार साले … आह बहुत सालों से लंड नहीं गया इसमें!

मैं अपना लंड चाची की गांड में डालने लगा पर छेद छोटा होने की वजह से लंड जा नहीं पा रहा था.

फिर चाची ने कहा- गांड में थूक लगा बेटा … तब जाएगा.
एक हाथ से मेरा लंड पकड़ कर चाची गांड में डलवा ली.

मैं धीरे धीरे धक्के मार रहा था.
चाची चिल्ला रही थीं- आह आ ई आई उआ बेटा वाओ चोद ना वाह आ अब और तेज कर चोद … अपनी चाची की गांड चोद दे!

दस मिनट की नंगी चाची की गांड चुदाई के बाद मेरा माल निकलने वाला था.
मैंने तुरंत अपना माल चाची के मुँह में झाड़ दिया और अलग हो गया.

मैंने चाची से कहा- चाची, अब मुझे मेरे माल के साथ किस करो.
चाची जब मेरी जीभ को चाट रही थीं, तो मेरा वीर्य का स्वाद मुझे भी मिल रहा था.

मुझे वाइल्ड सेक्स बहुत पसंद है.

इसके बाद तीन दिन तक रोज मैं अपनी चाची को चोदता रहा और कानपुर वापस आ गया.

आपको मेरी नंगी चाची की गांड की कहानी कैसी लगी, जरूर बताएं.
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