लेस्बियन मॉम डॉटर स्टोरी में पढ़ें कि मेरे बॉयफ्रेंड ने मेरे सामने मेरी मॉम को चोदा तो मैंने उससे ब्रेकअप कर लिया और मैं अपनी मॉम को प्यार करने लगी.
यह कहानी सुनें.
मेरी जान … मैं आपकी मस्त अंजलि एक बार फिर से अपनी चुदाई की कहानी में आप सभी का स्वागत करती हूँ.
कहानी के पहले भाग
मेरे ब्वॉयफ्रेंड ने मेरी मॉम को नंगी किया
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरा ब्वॉयफ्रेंड विक्रम मेरी मॉम के चूचों से खेल रहा था. वो मेरी मॉम के एक निप्पल को चूस रहा था और दूसरे को मींज रहा था.
अब आगे लेस्बियन मॉम डॉटर स्टोरी:
कुछ देर बाद विक्रम ने दूसरा निप्पल भी मुँह में भर लिया और उसे चूसने लगा.
मॉम की चुदास भड़कने लगी और उनका हाथ चूत पर चला गया, पर शायद कुछ सोचकर उन्होंने अपना हाथ कंट्रोल कर लिया और उधर से हटा लिया.
विक्रम ने ये देख लिया था.
उसने मॉम के निप्पल चूसने छोड़ दिए और पूछा- आंटी कैसी लगी ये मालिश?
मॉम कुछ नहीं बोलीं.
अब विक्रम नीचे मॉम के पैरों की तरफ आ गया और हाथों में तेल लेकर मॉम के पैरों में लगा कर मालिश करने लगा.
मैं देख रही थी कि मेरा ब्वॉयफ्रेंड मेरे सामने मेरी मॉम के साथ मस्ती कर रहा था.
विक्रम ने मॉम की दोनों टांगें फैलाईं और हाथों में तेल लेकर जांघ के अन्दरूनी हिस्से में लगाने लगा.
मॉम ने अपनी टांगें फैला दीं. शायद उनकी चूत में चुनचुनी होने लगी थी.
फिर विक्रम ने तेल की कटोरी उठाई और मॉम की चूत पर तेल टपकाने लगा.
अपनी चूत पर गर्म तेल का अहसास पाते ही मॉम को मानो मजा आने लगा था.
मगर वो कुछ नहीं बोलीं.
अब विक्रम ने अपना एक हाथ मॉम की चूत पर रखा और चूत की पुत्तियां मसलने लगा.
मैंने देखा कि मेरी मॉम की मुट्ठियां भिंचने लगी थीं.
तभी विक्रम ने अपनी दो उंगलियां मॉम की चूत में डाल दीं.
मॉम की आह आह निकलने लगीं और वो कसमसाने लगीं.
तभी विक्रम ने गाली देना शुरू कर दी.
वो बोला- साली रंडी पूरी तरह से चू रही है … और कुछ बोल भी नहीं रही है.
मैं चौंक गई और बोली- विक्रम तमीज से!
विक्रम मुझ पर चिल्ला कर बोला- तेरी मां की चूत … चुप हो जा कुतिया.
मॉम ने मुझे हाथ मारा और चुप रहने का इशारा किया.
विक्रम बोला- देख साली … तेरी रंडी मां भी तुझे चुप होने के लिए कह रही है. अब देख मैं इस बहन की लौड़ी का क्या हाल बनाता हूं.
बस ऐसा कहकर उसने एक चांटा मॉम की चूची पर मार दिया.
मॉम उफ्फ करके रह गईं.
विक्रम बोला- अब मैं अपनी फीस लूंगा.
मॉम और मैं चुप रहीं.
शायद हम दोनों समझ चुकी थीं कि सेक्स में गाली से कितनी उत्तेजना बढ़ती है और मेरी मॉम की चूत में आग लग चुकी थी.
मेरा ब्वॉयफ्रेंड अपने लंड से मेरी मॉम को जन्नत की सैर कराने वाला था.
मैं अपनी मॉम की तड़फ को समझ रही थी कि उन्हें एक लंड से चुदाई कि सख्त जरूरत है.
उसी पल विक्रम ने मेरी तन्द्रा भंग करते हुए मॉम से कहा- चल रंडी, अब अपनी आंखें खोल!
मॉम ने आंखें खोलीं तो उन्होंने विक्रम को नंगा देखा.
विक्रम मॉम की छाती पर बैठ गया और बोला- चल साली मां की लौड़ी, अपनी दोनों मोटी चूचियों के बीच में मेरा लंड दबा.
मॉम ने अपनी दोनों चूची पकड़ीं और विक्रम मेरी मॉम की दोनों चूचियों के बीच में अपना लंड रखकर चूचों को चोदने लगा.
थोड़ी देर बाद वो थोड़ा और आगे आया और उसने अपना लौड़ा मॉम के मुँह में ठूंस दिया.
वो बोला- चल मेरी रांड, मेरे लौड़े को चूस!
मॉम उसका लंड चूसने लगीं.
तभी उसने मॉम की नाक पकड़ ली और अपना पूरा लंड मॉम के मुँह में डाल दिया.
मॉम को सांस लेने में दिक्कत होने लगी तो वो हाथ पैर चलाने लगीं.
उनके हाथ इशारे से विक्रम को मना करने लगे तो विक्रम ने उन्हें छोड़ दिया.
अब विक्रम अपना लंड सहलाता हुआ बोला- देख कुतिया, अब मैं तेरी चूत का क्या हाल बनाता हूं. भोसड़ी का का भोसड़ा बना देता हूँ.
ऐसा कहकर उसने एक करारा थप्पड़ मॉम के गाल पर जड़ दिया.
मॉम अपनी चुदास में मस्त हो गई थीं और बिना बोले विक्रम की हरकतों का मजा लेने लगी थीं.
अब मेरे ब्वॉयफ्रेंड विक्रम ने मेरी मॉम के दोनों पैर उठा कर उनके मुँह की तरफ कर दिए.
इससे मॉम की थोड़ी कमर भी उठ गई और उनकी चूत और गांड के छेद साफ़ दिखने लगे.
तब विक्रम बोला- चल बहन की लौड़ी … अपने पैर पकड़ कर ऊपर पकड़ कर रख.
मॉम ने एक आज्ञाकारी रांड की तरह अपने पैर पकड़ लिए.
इसके बाद विक्रम ने अपना लौड़ा मॉम की चूत पर रखा और एक ही झटके में पूरा अन्दर डाल दिया.
उसका लौड़ा आराम से मॉम के अन्दर चला गया.
वो बोला- बहन की लौड़ी, तूने बहुत लौड़े खाए हैं. तेरी एकदम टनल बन गई हो. इसमें तो दो लौड़े भी आराम से चले जाएंगे.
फिर उसने अपने एक हाथ की 4 उंगलियां भी मॉम की चूत डाल दीं और पूरी स्पीड से चोदने लगा.
कुछ मिनट बाद मॉम चिल्लाने लगीं ‘आह मैं गई, मैं गई …’
तभी विक्रम ने अपना हाथ और लंड निकाल लिया. मॉम का पानी पेशाब की तरह पूरे उफान के साथ बाहर निकला और उसने मॉम को पूरा भिगो दिया.
फिर विक्रम बोला- बहनचोद, चल अपनी असली औकात में आ जा और कुतिया बन जा.
मॉम चुपचाप कुतिया बन गईं.
विक्रम उनके पीछे आ गया और उनके चूतड़ पर दो थप्पड़ मारे.
मॉम के चूतड़ लाल हो गए और तेल लगा होने की वजह से चमकने लगे.
विक्रम ने कहा- तू मेरी कुतिया है और अब मैं तेरी गांड फाड़ने वाला हूं.
ऐसा कहकर उसने एक ही झटके में अपना पूरा लंड मॉम की गांड में घुसा दिया.
मॉम चिल्लाईं- उई मर गई … बहनचोद ने मेरी गांड फाड़ दी.
विक्रम हंसने लगा और वो मॉम की गांड चोदने लगा.
पूरे कमरे में छप छप की आवाज होने लगी. मॉम भी अब चिल्लाने लगीं- बहन के लौड़े … जोर लगा मादरचोद.
ये सुनकर विक्रम ने मॉम के बाल पकड़ कर खींचे और मॉम सीधी हो गईं.
विक्रम बोला- साली बहन की लौड़ी, तेरा दर्द जो खत्म किया था ना, वो जोर की मालिश की वजह से हुआ था.
इतना कहकर उसने मॉम का मुँह अपनी तरफ झुकाया और बोला- चल रांड, मुँह खोल.
मॉम ने मुँह खोल दिया और विक्रम ने बहुत सारा थूक मॉम के मुँह में थूक दिया.
वो बोला- चल रांड इसे खा जा.
मॉम ने मजे से थूक खा लिया.
फिर विक्रम ने उन्हें छोड़ा और खुद लेट गया.
वो बोला- चल छिनाल … आ मेरे लौड़े पर बैठ जा.
मॉम चुपचाप उसके उसके लौड़े पर बैठने लगीं तो वो चिल्लाया- साली बहन की लौड़ी गांड का छेद लंड पर सैट कर, अपना भोसड़ा नहीं.
मॉम ने चुपचाप उसका लौड़ा अपनी गांड में डाला और लंड पर उछलने लगीं.
वो दोनों पसीने से भर गए थे और तब विक्रम बोला- ओए बहन की लौड़ी अंजलि … उठ कर एसी चला मादरचोद.
मैंने उठकर एसी चला दिया.
फिर मेरे यार विक्रम ने मॉम के चूचों को पकड़ कर नीचे खींचा.
मॉम झुक गईं तो उसने मॉम का निप्पल दांतों में दबा लिया और उसे काटने लगा.
इससे मॉम को दर्द हुआ तो वो उन्ह आह करने लगीं.
विक्रम ने नीचे से उनकी गांड चोदना शुरू कर दिया और थोड़ी ही देर में विक्रम बोला- चल बहन की लौड़ी नीचे लेट.
जैसे ही मॉम नीचे लेटीं, विक्रम उनकी छाती पर बैठ गया और अपने लौड़े को उनकी चूचों से रगड़ने लगा.
वो मॉम से बोला- साली, तेरी मां की चूत … चल मुँह खोल मादरचोद.
मॉम ने मुँह खोल दिया और एक मिनट में विक्रम का गाड़ा सफेद पानी मॉम के मुँह पर आ गिरा.
कुछ मॉम के मुँह में चला गया और कुछ मॉम के मुँह नाक और आंख पर टपक गया.
थोड़ा सा रस मॉम की चूची पर भी गिरा.
विक्रम ने अपने हाथ से सारा वीर्य मॉम के मुँह पर और चूची पर मसल दिया और अपना हाथ मॉम को दिखाकर बोला- चल कुतिया इसे चाट चाट कर साफ़ कर!
मॉम ने साफ़ कर दिया.
फिर विक्रम ने अपना लंड भी मॉम के मुँह में दे दिया और लंड चुसवा कर साफ़ कराया.
कुछ देर बाद विक्रम ने अपने कपड़े पहने और बोला- क्यों कुतिया, अब तो कहीं दर्द नहीं है, अगर है तो कल फिर मालिश कर दूंगा.
मेरी मॉम कुछ नहीं बोलीं.
विक्रम चला गया.
मैं दरवाजा बंद करके आई तो मॉम बैठकर रो रही थीं.
तब मैंने मॉम से पूछा- क्या हुआ, रो क्यों रही हो … कहीं दर्द हो रहा है क्या?
मॉम बोलीं- मैंने विक्रम को एक अच्छा डॉक्टर समझकर अपना दर्द बताया और देखो उसने फीस के नाम पर मेरे साथ क्या किया!
तब मैंने गुस्से में कहा- कुतिया जब मजे से चुदवा रही थी, तब तुझे याद नहीं आया!
मॉम मेरी बात सुनकर सामान्य हो गईं और बोलीं- मैं 4 महीने से प्यासी थी … और उसने धीरे-धीरे मेरी प्यास बढ़ा दी तो मैं क्या करती … इसलिए मैंने उससे चुदवा लिया, पर अब मुझे दुख हो रहा है.
ये कह कर मॉम फिर से रोने लगीं.
मॉम अभी भी नंगी बैठी थीं.
मैंने मॉम को चुप कराने के लिए उनका मुँह हाथ में लिया और उनके आंसू पौंछे और उनके होंठों पर अपने होंठ रखकर किस करने लगी.
एक मिनट बाद मैंने अपने होंठ हटाए और बोली- मॉम चुप हो जाओ, मुझे आपका उस कुत्ते से कुतिया की तरह चुदाई करना बिल्कुल बुरा नहीं लगा और आपको कभी शरीर में कहीं भी दर्द हो तो मुझे बता दिया करो.
ऐसा कहकर मैंने मॉम के होंठों पर वापिस होंठ रख दिए और मॉम के होंठों को चूसने लगी.
उसी पल मॉम ने अपना मुँह खोल दिया और मैंने अपनी जीभ मॉम के मुँह में डाल दी.
मॉम ने मेरी जीभ चूसना शुरू कर दिया और मैंने मॉम की चूचियों को सहलाना शुरू कर दिया.
मॉम ने भी अपना हाथ मेरी चूची पर रख दिया और उसे दबाने लगीं.
मैंने टी-शर्ट के नीचे कुछ नहीं पहना था, तो मेरे निप्पल खड़े हो गए.
मॉम ने नीचे से मेरी टी-शर्ट में हाथ डालकर मेरा एक निप्पल पकड़ा और उसे दो उंगलियों के बीच में दबाने लगीं.
मैंने भी मॉम के चूचे दबाने शुरू कर दिए.
मॉम ने थोड़ा खिसक कर मुझे बिठाया और मेरी टी-शर्ट उतार दी.
इस सारे समय हमारे होंठ एक दूसरे को चूसने में लगे रहे.
बैठने के बाद मैंने अपने हाथ मॉम की चूत पर रख दिए.
मॉम ने अपने होंठ अलग किए और धीरे-धीरे नीचे लेट गईं.
मॉम ने मुझे खींचा और मुझे अपने ऊपर लिटा लिया.
हम दोनों फिर से फ्रेंच किस करने लगे.
हमारी चूचियां एक दूसरे को रगड़ रही थीं.
अब मॉम अपने हाथ नीचे लाईं और उन्होंने मेरी शॉर्ट्स नीचे खिसका दी.
मैं मॉम के ऊपर से उठी और शॉर्ट्स उतार दी.
हम दोनों मां बेटी एकदम नंगी थीं.
मॉम ने मुझे नीचे लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गईं.
उन्होंने मेरा एक निप्पल अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.
मैंने अपने हाथ में उनका एक निप्पल लिया और च्यूंटी काटी.
मॉम ने भी मेरी चूची पर काट लिया. मुझे बहुत दर्द हुआ और मैं चिल्लाई- बहनचोदी काट मत.
मॉम बोलीं- मां की लौड़ी, तू च्यूंटी भरे तो ठीक … और मैं काटूं तो चिल्लाने लगी.
ऐसा सुनकर मैं हंसने लगी.
मुझे देखकर मॉम भी हंसने लगीं.
फिर मैंने मॉम को धक्का देकर नीचे लिटा दिया और उनके मुँह पर अपनी चूत खोलकर बैठ गई.
मैं बोली- चल कुतिया चाट मेरी चूत को!
मॉम ने अपनी जीभ निकाली और मेरी चूत में घुसा कर उसे चूसने लगीं.
मॉम पूरी एक्सपर्ट रांड थीं. वो मजे से अपनी बेटी की चूत चाटती रहीं और थोड़ी देर में मैंने मॉम के मुँह में अपना पानी छोड़ दिया.
मेरी चूत की पूरी मलाई चाट कर मॉम पी गईं और जीभ से चाट चाट कर मेरी चूत साफ़ कर दी.
फिर मैं उनके मुँह से उठी तो वो बोलीं- कुतिया मेरी चूत का क्या!
मैं कहा- साली छिनाल, लंड खा लिया अब भी चूत में खुजली हो रही है.
मॉम हंसने लगीं और बोलीं- हां यार चाट न.
तब मैं उनके पैरों के बीच में बैठ गई और उनकी चूत में दो उंगली डाल दीं.
मैं उनकी चूत को उंगली से चोदने लगी.
उनकी चूत पूरी गीली थी.
मैंने अपनी उंगली निकाली और मुँह में चूस कर मॉम की चूत का स्वाद लिया.
फिर मैंने अपना मुँह उनकी चूत पर लगाई और अपनी जीभ उनकी चूत में डाल कर चूसने लगी.
मॉम की चूत चूसते चूसते अपने हाथों से उनके चूचों को दबाने लगी.
फिर मैं उठी और मैंने उनकी एक टांग उठा कर अपनी चूत उनकी चूत पर रगड़ने लगी.
हम दोनों की चूत में आग लगी हुई थी.
मॉम ने अपने दोनों हाथों से मेरी चूची दबाना शुरू कर दी.
मैंने अब अपने एक हाथ की चारों उंगलियां मॉम की चूत में डाल दीं.
मेरा हाथ उनकी चूत में बड़े आराम से चला गया.
मैं बोली- बहनचोद, तेरी चूत तो बहुत खुली है!
वो बोली- बहन की लौड़ी, मेरी उम्र में तेरी चूत तो इससे भी बड़ी हो जाएगी.
मैं हंसने लगी.
मैं उनकी चूत अपने हाथ से चोदने लगी.
थोड़ी देर में उन्होंने अपना पानी छोड़ दिया.
मेरा हाथ और बेडशीट दोनों गीले हो गए.
मैंने अपना हाथ उनकी चूची पर रगड़ दिया और मैं भी लेट गयी.
हम दोनों ऐसे ही नंगे सो गयी.
सुबह जब नींद खुली तो मॉम बाथरूम में थीं.
मैंने अपना मोबाइल उठाया और विक्रम को ब्रेकअप का मैसेज कर दिया.
थोड़ी देर में ही विक्रम का फोन आया और वो बोला- क्या हुआ जान … ब्रेकअप क्यों!
मैंने गुस्से में बोला- बहनचोद कल जो तूने किया, उसके बाद भी तुझे रिलेशन चाहिए!
वो बोला- बहन की लौड़ी, अगर ब्रेकअप किया तो तेरी नंगी फोटो इन्टरनेट पर डाल दूँगा.
मैं बोली- मां के लवड़े … तू मेरी नंगी फोटो नेट पर डालेगा, तो मैं तेरी बहन गरिमा को चोदते हुए तेरी फोटो तेरे अस्पताल में बांट दूँगी. मैंने बिना किसी को बताए होली की कुछ फोटो और वीडियो बनाई थी, याद रखना.
ये कह कर मैंने फोन काट दिया.
फिर उसकी एक फोटो गरिमा को चोदते हुए उसे मैसेज कर दी.
तभी उसका फोन आया और उसकी टोन बदल गई.
वो डरा हुआ बोला- जान, तुम तो बुरा मान गईं.
तब मैंने कहा- बहन के लौड़े, अगर तूने मुझे परेशान किया, तो मेरा जो होगा सो होगा, पर सोच मैं तेरा क्या हाल करूंगी, तू सोच भी नहीं सकता.
वो डर गया और बोला- नहीं मैं तुम्हारी सारी फोटो अभी डिलीट कर रहा हूं, पर प्लीज तुम भी कर दो.
मैंने कहा- तुम करो या ना करो, पर मैं नहीं करूंगी. ये तो मेरा पासपोर्ट है, तुमसे बचकर रहने का. इसकी कॉपी मैं मॉम को भी दे रही हूं ताकि तू हम सब को कभी परेशान न करे.
और मैंने फोन काट दिया.
फिर मॉम बाथरूम से बाहर आईं, तो मैं उनसे गले लग गई.
उस दिन के बाद मेरे और मॉम का रिलेशन बिल्कुल बदल गया.
अब हम दोनों लेस्बियन मॉम डॉटर बहनों और सहेलियों की तरह बन गई थी. हम दोनों ने एक दूसरे के साथ लंड भी साझा किए, एक ही बिस्तर पर चुदाई करवाई. बदल बदल कर तरह तरह के लंड से चुदना हमारा शगल हो गया था.
वो सब मैं आगे लिखूँगी.
आज के लिए इतना ही. मेरी लेस्बियन मॉम डॉटर स्टोरी के लिए मुझे मेल करके बताएं कि आप लोगों के लंड और चूत से कितना पानी निकला.
अंजलि
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