इंडियन हॉट आंटी चुदाई कहानी में मेरी एक दोस्त लड़की की मृत्यु हो गयी. मैंने उसके नम्बर पर फोन किया तो उसकी मम्मी ने उठाया. मैंने उनको सान्त्वना दी और बात की.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं हिमाचल प्रदेश में रहता हूं।
इससे पहले मेरी कुछ कहानियां प्रकाशित हुई जो अपने खूब पसन्द की।
उम्मीद है कि यह कहानी भी आपको पसन्द आयेगी।
यह मेरी सच्ची घटना पर आधारित कहानी है।
उम्मीद है आपको यह इंडियन हॉट आंटी चुदाई कहानी पसंद आयेगी।
बात उन दिनों की है जब मुझे पता चला कि मेरी दोस्त मीना की अचानक मौत हो गई।
मैं उस लड़की की खूब चुदाई किया करता था.
एक दिन मैंने उमीना के नंबर पर फोन किया तो उसकी मां प्रीति ने फोन उठाया.
उन्हीं से बात करके पता चला कि मीना की मृत्यु हो चुकी है।
उसके बाद मैं अकसर उसकी मम्मी को फोन करके उन्हें दिलासा देता था.
एक दिन प्रीति (मेरी दोस्त मीना की मां) मुझसे बात करती हुई रोने लगी।
मेरे पूछने पर कहने लगी- मुझे मीना के जाने के बाद कोई नहीं पूछता।
प्रीति के बारे में बता ड़ूं … वह दुबली पतली सांवले रंग की और छोटी हाइट की औरत है।
देखने में ठीक ठाक है उम्र 50 साल की होगी लेकिन खुले ख्यालों की है।
मैंने कहा- आप ऐसा क्यों बोल रही हो?
तो प्रीति बोली- और क्या … पहले तो तुम मीना से मिलने के बहाने आ जाते थे पर अब नहीं आते।
मैंने कहा- मुझे आपकी फिक्र है. और आप भी अगर मीना की तरह प्यार से बुलाओगी तो आपको मिलने भी आ जाऊंगा।
इस बात पर प्रीति बोली- मुझे लगता है कि तुम मेरा दिल रखने के लिए ऐसा कह रहे हो।
मैं बोला- आप मुझे आजमा के देख लो।
प्रीति ने मुझे 10 दिन बाद सन्डे को आने को कहा।
इन दस दिनों में बहुत बार बात हुई।
मैंने बातों बातों में पूछा- मिलेंगे कहाँ?
तो प्रीति बोली- जहाँ तुम चाहो!
मुझे कुछ अजीब लगा क्योंकि प्रीति ने मुझे अपने घर आने को नहीं बोला।
मैंने पूछा- होटल में मिलें?
तो प्रीति ने कहा- जैस तुमको ठीक लगे।
वो दिन भी आ गया जब मैं दिल्ली पहुंचा और पहले से बुक किए होटल में पहुंचा प्रीति के साथ!
हमने चेक इन किया।
हम बातें करने लगे और प्रीति रोने लगी।
मैंने उसको चुप करवाने के लिए अपने रुमाल से उसकी आंखें पौंछनी चाही तो मैंने देखा कि वह मुझे बहुत गौर से देख रही है।
तब मैंने कहा- क्या हुआ?
तो प्रीति मुझसे लिपट गई, उसकी छाती मुझे चुभने लगी।
मैंने भी उसको सीने से लगा लिया।
प्रीति अचानक से मुझे चूमने लगी जिससे मैं कुछ समझ नहीं पाया।
और हम एक दूसरे को चूमने लगे।
थोड़ी ही देर में हम दोनों बेड पर नंगे लेटे पड़े थे और हमारे कपड़े कमरे में बिखरे पड़े थे।
वह मुझे सारी बॉडी पर चूम रही थी।
अब मैं भी जोश में आ गया और उसके होंठ चूसने लगा और वह मुझे अपने ऊपर खींच कर ले आई।
मैं उसके छोटे छोटे चूचों को दबाने लगा।
बहुत सुन्दर और मुलायम चूचियां थी प्रीति की!
मैं उनको मसलने लगा।
प्रीति का जिस्म 50 का नहीं बल्कि 35 की औरत का लग रहा था।
मैं प्रीति को चूमते चूमते ऊपर आ गया और अपना लन्ड उसके मुंह मे डाल दिया।
प्रीति ने मेरा पूरा लन्ड मुंह में डाल लिया और चूसने लगी।
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।
2 मिनट में ही मेरा लन्ड झड़ गया और प्रीति ने सारा पानी चाट लिया।
प्रीति ने दुबारा से मेरे लन्ड को चूस कर खड़ा कर दिया।
अब वह इंडियन हॉट आंटी चुदाई के लिए लेट गई और मुझे पैर फैला कर अपनी चूत को चोदने का इशारा करने लगी।
मैंने लन्ड को पकड़ कर उसकी चूत पर रखा और धीरे धीरे रगड़ने लगा।
प्रीति मुझे अपने ऊपर खींच कर लन्ड को पकड़ कर अपनी चूत पर दबाने लगी.
जिससे मेरा लन्ड एकदम से प्रीति की प्यारी सी टाइट चूत में घुस गया।
प्रीति की चीख निकल गई.
जब मेरा 7 इंच मोटा लन्ड उसकी चूत की दीवार को फाड़ता हुआ अंदर चला गया तो मैंने उसके मुंह को अपने होठों की किस से बंद किया जिससे प्रीति चीख नहीं सकी।
प्रीति को बहुत दर्द हो रहा था लेकिन वह मुझे देख कर मुस्कुरा रही थीं।
प्रीति नीचे से धक्का लगा रही थी और मैं पागलों की तरह उसकी चूत मे अपना मूसल जैसा लन्ड अन्दर बाहर कर रहा था।
प्रीति ऐसे चुदवा रही थी जैसे जन्म जन्म की प्यासी हो।
तकरीबन 20 मिनट की जोरदार धक्का-पेल करने के बाद मेरा लन्ड झड़ गया।
प्रीति ने अपने मुंह में मेरा माल लिया और और उसे पी गई।
मेरा लन्ड चाट कर उसने साफ कर दिया।
प्रीति बहुत खुश दिख रही थी।
फिर हम दोनों ने खाना खाया।
खाने के बाद प्रीति को मैंने दुबारा बेड पर लेटा दिया और उसके होंठ चूमने लगा।
प्रीति भी मुझे बेतहाशा चूमने लगी।
उसके बदन से बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी।
प्रीति इस बार मुझे हाथ पकड़ कर बाथरूम में ले गई और शॉवर चला दिया।
हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लिपटे नहाने लगे।
प्रीति मेरा पानी से भीगा हुआ लंड अपने होंठों में दबा कर चूसने लगी.
और मैं पागलों की तरह उसकी छाती को चूमने लगा।
पानी से भीगे दो जिस्म गर्म हुऐ जा रहे थे।
उसने मेरे लन्ड को पूरा अपने गले में अंदर तक डाल कर खूब चूसा.
और एक बार फिर से मेरा लन्ड झड़ गया और प्रीति ने मेरा पूरा लन्ड चाट लिया।
प्रीति मेरे लन्ड को ऐसे चूस रगड़ रही थी जैसे मेरा लन्ड आज खा जाना चाहती थी।
उसके मुलायम होंठ मुझे जन्नत की सैर करा रहे थे।
प्रीति ने मेरा लन्ड खड़ा किया और इस बार बाथरूम में फर्श पर लिटा कर मैंने प्रीति को बड़ी तसल्ली से चोदा।
इस बार तो मुझे काफी देर लगी।
प्रीति की चूत मेरे लन्ड को ऐसे निगल रही थी जैसे जन्म जन्म की प्यासी हो।
मैं भी उसकी 50 साल की जवानी को जी भर के चोद रहा था। मैं आअह्ह उह्ह करते हुए उसको चोद रहा था.
प्रीति मुझे बोल रही थी- फाड़ दे मेरी चूत … मेरी बेटी की तूने बहुत चुदाई की है, अब मेरी करेगा।
मैं दुगने जोश से प्रीति को चोदने लगा और झड़ने वाला था तो मैंने कहा- कहाँ निकालूं?
तो प्रीति बोली- अंदर ही छोड़ दो।
मैंने जोर जोर से धक्के मारते हुइ अपना लावा प्रीति की चूत में ही छोड़ा।
प्रीति उस दिन मुझसे चूत चुदवा कर मेरी रण्डी बन गई।
उस दिन मैंने प्रीति को 3 बार चोदा.
और मैं जब भी दिल्ली जाता हूं तो प्रीति मुझसे मिलने होटल में आती है और अपनी चूत की प्यास बुझवा के जाती है।
आपको मेरी आंटी के साथ सेक्स की सच्ची कहानी कैसी लगी?
मुझे मेरी मेल पर मैसेज भेज कर जरूर बताइएगा, मुझे आपके मेल का इंतजार रहेगा।
जल्द ही अपनी अगली कहानी लेकर हाजिर होऊंगा.
तब तक यह इंडियन हॉट आंटी चुदाई कहानी पढ़ कर मुठ मारिए।
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