हॉट चाची को चोदा मैंने! उसने मुझे मुठ मारते देख लिया. फिर चाची ने मेरे साथ सेक्स की बातें शुरू कर दी और मुझे अपनी प्यास के बारे में बताया.
दोस्तो, मैं सुमित आपको अपनी किरायेदारनी चाची की चुदाई की कहानी बता रहा था जिसके पहले भाग
किरायेदार आंटी ने मुझे मुठ मारते देख लिया
में मैंने आपको बताया था कि कैसे मेरी किरायेदारनी चाची ने मुझे नहाते समय मुठ मारते देखा.
फिर मैंने चाची को अपनी कामुक बातों से गर्म कर दिया. मगर वो वहां चली गयी. मैं अब इस इंतजार में था कि कब वो मुझसे चूत चुदवायेगी.
हॉट चाची को चोदा:
एक दिन मैं ऐसे ही चाची के रूम में गया तो चाचा ऑफिस चले गए थे और चाची नहा कर आयी थी.
वो उस वक्त अपने बालों को सुखा रही थी. देखने में एकदम से कयामत लग रही थी.
मैं तो पहले से ही उनको पकड़ कर चोद देना चाहता था और फिर उस वक्त उनको अकेली पाकर मुझसे रुका न गया.
मैंने पीछे से जाकर उनको बांहों में कस लिया और चूची दबाते हुए अपनी ओर घुमा लिया.
घुमाते ही मैंने सीधे उनके होंठों पर होंठ रखे और चूसने लगा.
वो एकदम से सकपका गयी और पीछे हटकर बोली- क्या कर रहे हो सुमित?
मैं फिर से आगे बढ़ा और चाची को बांहों में लेकर बोला- आज मत रोको चाची, मैं आपका दीवाना हो चुका हूं. बस एक बार करने दो.
वो बोली- ये सब गलत है सुमित.
फिर मैंने उनको समझाया- जिंदगी एक ही बार मिलती है चाची, इसलिए खुलकर जीना चाहिए. ऐसे आग में कब तक जलोगी?
फिर चाची ने हंसते हुए कहा- अच्छा बेटा, अब तू अपनी चाची को ही समझा रहा है? कैसे जीऊं खुलकर? तेरी तरह मुठ मार मारकर?
मैंने उनके बदन को सहलाते हुए कहा- नहीं चाची, मेरे लंड को अपनी बुर में ले लेकर.
वो बोली- तू बहुत कमीना है. मैं तो तेरे को बहुत सीधा समझती थी मगर तू तो उसका उल्टा निकला.
मैंने हंसते हुए कहा- जिसके पास आप जैसी माल हो तो कोई भी शरीफ कमीना हो जायेगा चाची।
मेरे मुँह से माल सुनकर चाची ने मेरा कान पकड़ा और बोली- साले चाची से सीधा माल?
फिर मैंने झूठा नाटक करते हुए चाची को बोला- ठीक है अगर आपको पसंद नहीं है तो बोल दो, मैं आपको कभी परेशान नहीं करूँगा।
चाची ने कहा- यार तुम तो बुरा मान गए। तुम मुझे क्या परेशान करोगे सुमित, तुमसे ज्यादा तो मेरी बुर मुझे परेशान करती है।
फिर मैंने कहा- तो इंतज़ार किस बात का है चाची? मेरे लंड को अपनी बुर में डाल कर बुर का भोसड़ा बना लो. फिर आपकी बुर आपको परेशान नहीं करेगी।
चाची ने मेरे लंड को पैंट के बाहर से ही पकड़ते हुए कहा- तेरे लंड में है इतना दम कि मेरे बुर का भोसड़ा बना सके?
मैंने चाची के हाथ को पकड़ कर अपनी पैंट के अंदर डाला और बोला- खुद ही देख लो मेरी जान। ये लंड आपकी बुर के साथ साथ आपकी गांड को भी चोद सकता है।
चाची अब गर्म होते हुए मेरे लंड को पकड़ को पकड़ कर धीरे धीरे आगे पीछे करते हुए बोली- तो देर किस बात की है सुमित?
मैंने कहा- चाची, मैं तो बस आपकी सहमति का इंतजार कर रहा था।
वो बोली- तुम अब अकेले में मुझे ‘आप’ कहकर मत बुलाया करो. मुझे ‘तुम’ ही कहा करो.
फिर मैंने चाची को धक्का देते हुए बेड पर गिरा लिया और उनके ऊपर चढ़ गया.
मैं पागलों की तरह उसको चूमने चाटने लगा और धीरे धीरे उनको नंगी करने लगा।
वो भी मेरे सिर के बालों को पकड़ कर मेरे होंठों और गालों को अपने बदन पर रगड़वाने लगी।
फिर मैंने चाची को पूरी नंगी कर दिया और उनकी एक एक चूची एक एक हाथ में लेकर जोर जोर से भींचने लगा.
चाची कराह उठी- आह्ह … आराम से कर … दर्द हो रहा है.
मैं- ठीक है मेरी जान … आराम से मजा दूंगा अब.
मैंने चाची के चूचों को दबाते हुए उनके निप्पलों को हल्के दांतों से काटना शुरू कर दिया. कभी मुंह में लेकर जीभ से टटोलता तो कभी चूची के काले घेरे पर जीभ से फेरता.
चाची की आंखें बंद हो गयीं और वो तेज तेज सांसें लेते हुए सिसकारने लगी.
चूसते हुए जब मैं धीरे धीरे नीचे आया तो देखा कि चाची की चूत गीली हो चुकी थी.
उनकी चूत पर जो बाल थे वो भी गीले थे और गीले बालों वाली गीली चूत देखकर मेरे मुंह में पानी आ रहा था.
उनका गोरा और नंगा बदन, बड़ी बड़ी चूची, रसीली और छोटे झांटों वाली बुर, मोटी सी गांड और चिकनी कमर.
मुझसे अब बर्दाश्त कर पाना संभव नहीं रह गया था. मैंने अब उसके पैरों को उठा कर फैला दिया.
फिर देखा तो बुर का पानी गांड के छेद तक बहकर पहुंच गया था.
ये देखकर मैं बुरी तरह से उन पर टूट पड़ा. चाची की बुर को अपनी उंगली से फैलाते हुए उनकी चूत के अंदर जीभ से चाटने लगा. जीभ को गोल करके उनकी चूत में अंदर तक सरकाने लगा.
चाची जैसे पागल सी होने लगी थी. उसको बहुत मजा आ रहा था. वो भी नीचे से अपनी गांड को उठाकर मस्ती में चटवा रही थी.
साथ ही मैं चाची की गांड को भी चाट रहा था.
वो अपने ही मजे में बड़बड़ाने लगी- आह्ह सुमित … ओह्ह सुमित … आह्ह ऐसे ही … ओह्ह … मजा आ रहा है … आह्ह करो … और करो … ऐसे ही चाटते रहो … आह्ह … बहुत दिनों के बाद ऐसा मजा मिला है. अब तक कहां था रे तू … आह्ह … स्स्स … आह्ह … और कर।
मैंने उसकी गांड में उंगली घुसा दी और तेजी से उसको चलाने लगा. उधर मेरी जीभ चाची की चूत को चाटते हुए जैसे चोदने ही लगी थी. चाची ने मेरे मुंह को जोर से अपनी चूत पर दबा लिया.
मेरा जोश और ज्यादा बढ़ गया और मैं चूत की फांकों को हल्के दांतों से काटते हुए जीभ से चूत को चोदने लगा.
चाची एकदम से पागल हो गयी और उसने मुझे धक्का देते हुए नीचे पटक लिया.
वो मेरे ऊपर चढ़ गयी और पागलों की तरह मुझे चूमने लगी।
उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और अपने हाथों में मेरे लंड को पकड़ कर अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
चाची इतना मस्त लंड चूस रही थी कि तुरंत मेरी आंखें बंद हो गयीं.
उसके चूसने का अंदाज ऐसा था कि जैसे उसने लंड को जिन्दगी में पहली बार ही देखा हो.
वो कभी मेरे लंड को चूस रही थी तो कभी आंड चाटने लगती थी.
मैंने उसके बालों को पकड़ा और आगे पीछे करते हुए उसके मुंह को चोदने लगा.
अब मेरे मुंह से गाली और सिसकारी दोनों साथ निकल रहे थे- आह्ह … चूस साली … ओह्ह … पी जा इसको … ये तेरा है … खा ले इसको साली रंडी … तेरी चूत को फाड़ेगा आज ये … आह्ह … चूस … और चूस … होएए … आह्हह … डार्लिंग … चूस जा पूरा।
मैं इतना उत्तेजित हो गया कि मेरा एकदम से निकल गया. मैंने चाची के मुंह में माल छोड़ दिया और वो एकदम से उठ गयी. उसको अंदाजा नहीं था कि मैं बिना बताये ही माल छोड़ दूंगा.
मेरा माल उसके होंठों से बाहर टपक रहा था. उसने गुस्से से मेरी ओर देखा और एकदम से उठकर मेरे मुंह पर चूत लगा कर मेरी छाती पर बैठ गयी. वो चूत के धक्के मेरे मुंह में देने लगी और मैं उसकी चूत को पीने लगा.
अपनी चूचियां दबाते हुए चाची तेजी से अपनी गांड को आगे पीछे चला रही थी.
अब गालियां देते हुए सिसकारने लगी- आह्ह … चाट साले इसे … मादरचोद … साले भड़वे … मेरे मुंह में तूने माल गिराया … अब मैं तेरे मुंह में अपना पानी पिलाऊंगी … चाट भोसड़ीवाले … मेरी चूत को अच्छे से चाट.
इस तरह से चाची ने कुछ ही देर में मेरे मुंह में पानी छोड़ दिया जिसको मैंने सारा चाट लिया. कुछ देर तक हम शांत हो गये.
फिर धीरे धीरे मेरे लंड में फिर से हलचल होने लगी.
एक बार मैंने चाची के मुंह में लंड देकर 2 मिनट तक चुसवाया और लौड़ा पूरा टाइट हो गया.
अब मैंने उसको डॉगी पोज में आने के लिए कहा. चाची ने अपनी गांड को मेरे सामने उठा दिया और आगे की ओर झुक गयी.
मैंने चूत पर लंड टिका दिया और जैसे ही घुसाया तो चाची के मुंह से आह्ह … करके आवाज निकली.
फिर मैंने अपने लंड को थोड़ा बाहर किया और अचानक से झटका देते हुए पूरा लंड चूत के अंदर घुसा दिया।
शायद इससे चाची को थोड़ा दर्द हुआ मगर उसने कुछ नहीं बोला।
अब मैं उसकी बड़ी सी गांड को पकड़ कर बुर को जोर जोर से चोदने लगा.
थोड़ी देर में ही मेरा लंड चाची की बुर में सेट हो गया.
चाची अब मजे से गांड पीछे कर करके चुदने लगी.
वो मस्ती में चुदते हुए बड़बड़ा रही थी- आआ … आह्ह … मेरे राजा … चोद … आह्ह … चोदता जा … ओह्ह … और चोद … हाये … तेरा लंड … आह्ह … घुसा दे पूरा … फाड़ दे बुर को … ओह्ह … चोद रे कमीने … और चोद. चोद अपनी चाची को और जोर जोर से … हुमच हुमच कर चोद।
मैंने कहा- हां मेरी रंडी चाची … देख तुझे कुतिया बना कर चोद रहा हूँ।
चाची ने कहा- जो बनाना है बना … कुतिया बना, रंडी बना … मगर ऐसे ही जोर जोर से चोदता रह भोसड़ीवाले।
फिर मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी तो चाची ने कहा- हां ऐसे ही … साले … भेनचोद … मेरी बुर के रंडे … ऐसे ही चोद … ऐसे ही तो चाहिए मुझे रे … आह्हह् … आह्हह … ऊऊह्ह्हह्ह … अब मेरे ऊपर चढ़ कर चोद दे रे!
अब मैं चाची के ऊपर चढ़ गया और उसके दोनों पैरों को उठा कर अपनी कमर पर रख लिया।
चाची ने भी अपने हाथ को नीचे करके मेरे लंड को पकड़ा और अपनी बुर पर रगड़ने लगी।
तेज़ी से रगड़ने के बाद उसने मेरे लंड को अपनी बुर के छेद में घुसा दिया और मेरी गांड को पकड़ कर अंदर की तरफ दबाने लगी.
मैं भी उसकी चूची को मसलते-दबाते हुए उनके होंठों को चूमने लगा.
अपने लंड को उसकी बुर में डाल कर आगे पीछे करते हुए मैं जोर जोर से चोदने लगा।
चाची भी नीचे से अपनी गांड को उठा उठा कर अंदर तक मेरे लंड को अपनी बुर में घुसवा कर चुदवा रही थी।
मैंने धीरे से कहा- कैसा लग रहा है चाची? बोल … मज़ा आ रहा है मेरा लौड़ा अपनी बुर के अंदर लेने में?
चाची ने धीरे से मेरे कान में कहा- हां रे … बहुत मजा आ रहा है … बस ऐसे ही चोदता रह … बहुत मज़ा आ रहा है।
चोदते हुए मैं बोला- हां रे रांड … साली … मेरे लौड़े की रंडी चाची … साली … बुरचोदी मादरचोद।
चाची ने कहा- हां साले … हां … ऐसे ही चोद … अपनी रंडी चाची को। चोद रे भड़वा मादरचोद … चोद और चोद … और चोद … आह्ह्ह … ऊह्ह … ऊह्ह्ह … हां चोदता रह … ऐसे ही … और जोर से … ऊऊह्ह … आअह।
ऐसे ही चोदते हुए जब चाची का पानी निकलने वाला था तो चाची ने मेरी गांड को और जोर से पकड़ा और गांड को पकड़ कर जोर जोर से ऊपर नीचे करने लगी।
मैंने भी अब अपनी स्पीड बढ़ा दी और चाची एकदम से मदहोश होने लगी.
चाची ने कहा- गिरने वाला है रे … रुकना मत प्लीज … ऐसे ही चोद … जोर जोर से. चोद … और चोद … चोद अपनी चाची का भोसड़ा … मादरचोद …आह्ह्ह गिर रहा है रे … ऊह्ह्ह … आह्ह … गयी … आह्ह … गयी मैं … ओह्ह।
बोलते हुए चाची झड़ गयी।
उसके झड़ने के बाद मेरा भी निकलने को हुआ तो मैंने चाची से पूछा- मेरा भी गिरने वाला है चाची, कहाँ निकालूं?
चाची ने मेरी पीठ पर हाथ रख लिये और जोर से खींचकर बोली- गिरा दे अपने लंड की गर्मी अपनी चाची की चूत में … भर दे इस प्यासी चूत को अपने लंड के रस से।
अब मैं और ज्यादा ताकत के साथ चाची की चूत को चोदने लगा.
मेरा लंड उसकी चूत तो क्या अंदर पेट तक टकराने लगा.
वो दर्द में कराहने लगी और मैं उसकी चूत को बुरी तरह से फाड़ने लगा.
तभी अचानक से मेरे लंड का पानी चाची की बुर में गिरने लगा और मैं हांफता हुआ उसके ऊपर ढेर हो गया.
पांच मिनट तक मैं बेसुध होकर उसके ऊपर नंगा ही पड़ा रहा.
इस तरह मैंने पहली बार हॉट चाची को चोदा.
फिर मैंने चाची के चेहरे को देखा तो वो बहुत खुश दिख रही थी।
उसके चेहरे पर एक अलग सा सुकून और मुस्कराहट थी।
मुझे ये देख कर बहुत अच्छा लगा और मैंने चाची को बड़े प्यार से चूमा।
उसके बाद हम दोनों अलग हुए और अपने अपने कपड़े पहने।
फिर मैंने जाते हुए चाची की गांड को सहलाते हुए पूछा- चाची, अपनी गांड कब दोगी?
चाची ने मुस्कराते हुए कहा- अगली बार जब समय मिले तो मार लेना, सब तुम्हारा ही है, मगर आराम से … क्यूंकि मैंने आज तक कभी पीछे नहीं लिया।
फिर मैंने शरारत करते हुए पूछा- नहीं लिया कभी का क्या मतलब? क्या नहीं लिया आपने?
चाची मेरी शरारत समझ गयी और हंसते हुए बोली- तेरा लंड। अब खुश? यही सुनना चाहता था न तू?
ये सुनकर मैं भी हंसने लगा और अपने रूम में आ गया।
फिर बाद में कैसे मैंने चाची की गांड चोदी ये अब अगली कहानी में बताऊंगा.
दोस्तो, आपको मेरी चाची की मस्त गर्म चुदाई की ये कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताएं. जल्दी ही मैं आपके लिए एक और कहानी लाऊंगा जिसमें मैंने पीछे से हॉट चाची को चोदा यानि चाची की गांड चुदाई की.
आप अपने सुझाव मुझे ईमेल पर भेजें अथवा कमेंट बॉक्स में बताएँ.
धन्यवाद दोस्तो।
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