प्यासी भाभी की चुदासी चूत चोदकर प्रेग्नेंट किया- 1

यंग भाबी सेक्स कहानी में मैंने इन्स्टाग्राम से एक जवान भाभी को सेट किया. वो अपने पति से खुश नहीं थी. उसने वीडियो काल में अपने मम्मे और चूत दिखा दी.

दोस्तो, मेरा नाम मनुज है, मैं दिल्ली से हूँ. मेरी उम्र 23 साल की है.

मेरी पिछली कहानी थी: दोस्त की शादी में कुंवारी चूत के मजे

यह नई सेक्स कहानी मेरी अभी नए साल की एक सच्ची घटना पर आधारित है.

इंस्टाग्राम पर 28 साल की एक भाभी मुझसे सैट हो गईं.
भाभी का नाम संगीता था.

वो मुझसे बातें करने लगीं.

उनके पति अक्सर बिज़नेस के सिलसिले में दस दस दिनों तक बाहर रहते थे.
पति का बड़ा व्यापार था लेकिन वो अपने व्यापार की वजह से अपने घर के माल पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे.
वो तो अपने टाइम पास के लिए मेरे ही जैसे किसी की खोज में थीं.

भाभी का एक लड़का था जो अभी 3 साल का था.
वो इतनी अकेली रहती थीं कि उनके पास सिर्फ मुझसे बात करने का ही समय रहता था.
इंस्टाग्राम से बात होते होते हम लोगों में फोन कॉल पर बात होने लगी.

अब पूरे दिन में उनका बहुत बार कॉल आने लगा.
कुछ दिन बाद रात में भी भाभी का कॉल आने लगा.
वो अपने अकेलेपन की वजह से मुझसे बहुत बातें करने लगी थीं.

जब जब उनके पति घर पर रहते, तब भाभी से बहुत कम बात हो पाती थी. उस समय उनकी जरूरत उनका पति पूरी कर देता था.
तब भी भाभी को वो सन्तुष्टि नहीं मिल पा रही थी जो वो मुझमें खोज रही थीं.

वो अक्सर बातों बातों में ये कह देती थीं कि मेरे पति में अब दम नहीं बची है. वो मेरी जरूरत पूरी नहीं कर पाते हैं.

मैंने उनसे भाभी कह कर बात करता था तो एक दिन उन्होंने कहा- तुम मुझे संगीता कहा करो.
मैं अब उनसे भाभी की जगह संगीता कह कर बात करने लगा था.

एक दिन उनके पति कहीं गए थे, तो रात में उन्होंने मुझे वीडियो कॉल लगा दी.
उस वीडियो कॉल में मैंने उनके बिना ब्रा वाले कमाल के मम्मे देखे.

दोस्तो, तीन साल की उम्र में उनका लड़का क्या दूध पिएगा, इसलिए वो कभी भी अपने बेटे को अपना दूध नहीं पिलाती थीं.
उनका बेटा भी अब अपनी मां का दूध पीता ही नहीं था.

परन्तु भाभी को मुझे अपने दूध दिखाने थे तो एक दिन उन्होंने मुझसे वीडियो कॉल ऑन रखी और सामने ही अपने बूब्स निकाल कर बच्चे को पिलाने लगीं.

दूध पिलाते पिलाते भाभी मुझसे बात करने लगीं- मैं तो सारे दिन परेशान रहती हूं, डुग्गू को संभालना, घर का काम, इस सब कुछ मैं पूरी पक जाती हूँ और वो हैं कि दस दस दिन घर नहीं आते हैं, बस वीडियो कॉल करके सन्तुष्ट हो जाते हैं.

मैं समझने लगा था कि भाभी का इशारा क्या है.

भाभी भी अपने निप्पल को अपनी दो उंगलियों में फंसा कर अपने बेटे के मुँह में दे रही थीं और वो बार बार भाभी के निप्पल से अपने मुँह हटा लेता था. जिससे भाभी अपने निप्पल को कैमरे में करके मुझे दिखा रही थीं.

मैं उनके सफेद स्तनों को देखे जा रहा था.

मैंने उसी वक्त कह दिया- संगीता, तुम्हारे देख कर मजा आ गया.
तभी उन्होंने मुझसे कहा- क्या?
मैंने कहा- कुछ नहीं.

उन्होंने कहा- अरे सॉरी सॉरी, मैं जल्दी जल्दी में भूल ही गई कि मैं वीडियो कॉल पर हूँ.
ये कह कर उन्होंने अपने मम्मों पर चादर ओढ़ ली.

मैंने कहा- अरे ये यार तो सब होता रहता है, वैसे भी अब तो जल्द ही बहुत कुछ होने वाला भी है.
इस पर भाभी ने मासूमियत से कहा- क्या मतलब है आपका?
मैंने कहा- कुछ नहीं यार.

उसी समय भाभी रोने लगीं और अपनी दुख भरी कहानी बताने लगीं.
साफ़ दिख रहा था कि उनका ये रोना जानबूझ कर हो रहा था.

मैंने उनसे कहा- अरे बाबू … मेरी जान चुप हो जाओ, मैं हूँ न. अब मैं तुम्हारा ख्याल रखूंगा. तुम्हें जो भी जरूरत हुआ करे, तुम मुझसे कहा करो.
वो कहने लगीं- लव यू मनुज एक तुम ही ऐसे हो, जो मुझे समझते हो. मैं तुम्हें बहुत पसंद करने लगी हूँ. मुझे शादी के बाद भी तुमसे प्यार हो गया क्योंकि तुम मेरी फीलिंग समझते हो. मैं तुम्हारे लिए सब कुछ कर जाऊंगी.

अब तो ऐसा लगने लगा था कि संगीता भाभी मुझसे कुछ ज्यादा उम्मीद लगा कर बैठी थीं.
ये भाभी मॉडर्न थीं और अपना रंडी रोना मेरे सामने जानबूझकर कर रही थीं ताकि वो मुझे अपने साथ सेक्स के लिए राजी कर सकें.

कुछ दिनों में हमारे बीच बात और आगे बढ़ गई.

एक दिन संगीता ने ऐसी फ्रॉकनुमा नाइटी पहनी थी कि वीडियो कॉल पर उनकी गोरी चिकनी चूत, जिस पर वालों का नामोनोशान तक नहीं था, मुझे दिख गई.

उस दिन भाभी ने अपनी ब्रा पैंटी नहीं पहनी थी तो मुझे उनके गोल गोल रसीले स्तन और उन पर वो काले अंगूर से निप्पल दिखने लगे.
वो कुछ देर बाद अपने हाथों से रगड़ कर दिखाने लगी थीं.

मुझे वीडियो कॉल पर इस सबके दर्शन साफ़ साफ़ होने लगे थे.

मैंने अपना लंड अभी तक उनको नहीं दिखाया था क्योंकि मैंने अपनी झांटों को साफ नहीं किया था.
हालांकि मेरी झांटों के बाल बहुत कम थे, लेकिन फिर भी थे.
मुझे अपने गोरे लंड पर झांटों के बाल वैसे भी सही नहीं लगते हैं.

संगीता भाभी उसी दिन मुझसे अब बार बार कह रही थीं- यार, तुमने तो मेरा सबकुछ देख लिया है, अब तुम अपना हथियार भी मुझे दिखा दो न!
मैंने कह दिया कि अरे यार सामने से देख लेना.

वो बोलीं- सामने ही तो हूँ, दिखाओ न!
मैंने कहा- अरे यार, जब तुम्हारा ज्यादा मन हो तो मुझे घर बुला कर देख लेना, अन्दर ले लेना, जो मन हो सो कर लेना. अभी मैंने अपने छोटे साहब की शेविंग नहीं की है.
इस पर भाभी ने कह दिया- तुम आज ही शाम को आ जाओ.

मैंने कहा- अरे इतनी भी जल्दी क्या है डार्लिंग!
वो कहने लगीं- डुग्गू के पापा तो आज फिर 3 दिनों के लिए बाहर जा रहे हैं. अब तो शायद उनको खुद मेरे साथ रह कर मजा नहीं आता … और वो साथ रह कर, कर भी क्या सकते हैं. उनके बस का अब कुछ है भी नहीं, दूसरा बेबी उनसे हो नहीं रहा है.

मैंने कहा- मतलब?
वो कहने लगीं- डॉक्टर ने बताया है कि उनके अब स्पर्म में दम नहीं है. इसलिए अब उनसे कुछ नहीं हो पाएगा. हालांकि उनका इलाज चल रहा है.

कुछ देर यूं ही बात करने के बाद भाभी ने शाम को फोन करने का कहा और बातचीत में विराम लग गया.

शाम हुई और उनका कॉल आ गया.
भाभी- कहां हो, घर आओ मुझे तुमसे काम है. हां और आते समय अपने साथ में एक व्हिस्की की बोतल लेते आना.

मैं समझ तो पहले ही गया था कि अब संगीता भाभी चुदने की मूड में हैं, तो चुदाई कर ही देता हूँ.

करीब 8 बजे मैं उनके घर पहुंच गया. उनका डुग्गू सो चुका था.

भाभी के करीब गया तो उन्होंने मुझे किस किया और बैठने को कहा.
दोस्तो आज मैंने अपनी लाइफ की पहली ऐसी हसीन हुस्न की परी देखी थी, जो शादी के इतने सालों बाद भी बिल्कुल कुंआरी लड़की की तरह दिख रही थी.

भाभी 5 फुट 4 इंच की हाइट की थीं. उनकी लम्बी टांगें, कमसिन कमर, कटावदार फिगर और 34 की साइज के स्तन एकदम टाइट लग रहे थे.

भाभी ब्लू कलर की ब्रा ओर पैंटी पहनी थीं जो कि उनकी झीनी सी मैक्सी से साफ़ झलक रही थी.

भाभी को इस तरह से देख कर ही मेरा लंड खड़ा हो गया था.

मैंने भाभी की आंखों में आंखें डालकर वासना भरी आवाज में कहा- डार्लिंग, तुम बहुत हॉट लग रही हो.
वो हंस दीं और दूध हिलाती हुई बोलीं- थैंक्स डियर.

मैंने कहा- क्यों बुलाया है मुझे?
भाभी कहने लगीं- बहुत जरूरी काम है. तुमसे कुछ कहना था.
मैंने कहा- बोलो.

वो कहने लगीं- तुम मुझे खुश देखना चाहते हो न!
मैंने कहा- हां जानेमन, मैं यही चाहता हूँ कि तुम खुश रहो.

भाभी ने मेरे हाथ से दारू का बैग लेते हुए कहा- ठीक है. आओ आज ख़ुशी मनाते हैं.
मैंने कहा- ओके.

फिर हम दोनों ने बैठकर दारू पीना शुरू कर दी.
वो दो पैग पीने के बाद कहने लगीं- मैं बाथरूम होकर आती हूं.
मैंने कहा- ठीक है जाओ.

जल्द ही दो मिनट बाद वो वापस आ गईं.
मैंने देखा तो संगीता के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था.
वो अपनी ब्रा पैंटी और मैक्सी को बाथरूम में ही निकाल आई थीं.

जब भाभी आ रही थीं तो लग रहा था मानो कोई मॉडल लड़की बिना कपड़ों के आ रही हो.

भाभी की चूत पर झांट के बाल नाम का कुछ नहीं था.
उनका उठा हुआ पिछवाड़ा, खुले बाल, तने दूध. आज मेरे सामने हुस्न की कली नंगी थी.

मैंने एक सिगरेट सुलगाई और उन्हें देखते हुए कश लेने लगा.

भाभी इठलाती हुई मेरे पास आकर मेरी गोद में बैठ गईं.
मैंने भी उनके बाल पकड़ कर उनको किस करना शुरू कर दिया.

डुग्गू तो बेचारा अभी सो रहा था. हम दोनों मजे लेकर किस कर रहे थे.
मैंने सिगरेट बुझा दी और भाभी को अपने सीने की तरफ करके उन्हें अपने लौड़े पर बिठा लिया.
अब मेरे दोनों हाथों में भाभी के दोनों स्तन थे.
मैं एक एक करके भाभी के दोनों चूचों को प्यार करने लगा.

उन्होंने भी मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए.
मैंने उनके एक निप्पल को मुँह में ले लिया और खींचते हुए काट दिया.

उनकी मदभरी आवाज निकली- आउच यार … काटो मत.
मैंने कहा- बेबी तुम चिल्लाओ मत … डुग्गू उठ जाएगा.

थोड़ी देर तक मैंने संगीता डार्लिंग के बूब्स चूसे और दोनों को चूस चूस कर लाल कर दिया.

अब उन्होंने मेरे लौड़े से उठ कर मुझे खड़ा किया और चड्डी के अलावा मेरे सभी कपड़ों को अलग कर दिया.

चड्डी के अन्दर मेरा लंड भाभी के सामने एकदम कड़क मुद्रा में फूला हुआ रहा था और भाभी लंड को लालच भरी निगाहों से लंड के पहाड़ को देख रही थीं.
भाभी आगे आईं और मेरी चड्डी निकाल दी.

लंड देख कर बोलीं- ओ तेरी … यार तुम्हारा लंड तो शेरों का शेर है. इसके सामने डुग्गू के पापा का लंड तो लुल्ली है.
मैंने कहा- जानेमन इसको चख कर देखो मजा आएगा.

उन्होंने कहा- यार मैं किस करूंगी, चूसूंगी नहीं. मैंने सेक्स वीडियो में देखा तो है, लेकिन मुझे गंदा सा लगता है. ये सब मैंने कभी नहीं किया है.
मैंने कहा- डार्लिंग, एक बार मेरे लिए इतना भी नहीं कर सकती?

मुझे चुदाई में असली मजा लंड को चुसवाने में ही आता है.
वो मुंडी ना में हिला रही थीं.

मैंने कहा- डार्लिंग एक काम करते हैं, अभी नहीं, यदि मन हो तो बाद में चूस लेना.
वो कहने लगीं- हां ये सही रहेगा.

फिर मैंने भाभी के बूब्स पकड़ लिए.
भाभी हाथों में लेकर मेरे लौड़े की जान लेने लगी थीं. वो बार बार मेरे टोपे पर उंगली फेर रही थीं.

दोस्तो, संगीता भाभी के साथ चुत चुदाई का मजा और उनकी कोख में बच्चा देने वाली मस्त यंग भाबी सेक्स कहानी का अगला भाग जल्द ही आपके लंड चुत को गर्म करने आएगा. आप तब तक मुझे मेल करें.

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