एक अनोखी शादी- 3

न्यू वाइफ सेक्स कहानी में पढ़ें कि लेस्बियन लड़की की शादी गांडू लड़के से हुई तो उन दोनों ने कैसे आपस में सेक्स किया?

दोस्तो, इस अनोखी शादी के दूसरे भाग
गांडू लड़के की लेस्बियन लड़की से शादी
में आपने पढ़ा कि रतन और मोहिनी की शादी हो गयी थी और मोहिनी ने रतन को उसकी लेस्बियन लाइफ के बारे में बताया।
वो अब स्वाति के साथ लेस्बियन सेक्स करके मजा लेती थी।

अब आगे न्यू वाइफ सेक्स कहानी:

रतन और मोहिनी की शादी हुए 2 महीने हो गये. दोनों मिलकर घर का खर्चा चलाते थे. सुख दुख में एक दूसरे का साथ देते थे, सिर्फ़ उनका आपस में यौन सबंध नहीं था।

रतन को अभी तक कोई पसंद का पुरुष नहीं मिला था, जिसके साथ रतन यौन आनंद ले सके.

मोहिनी ने रतन को कई बार कहा कि मैं तो अपनी सहेली के साथ यौन आनंद लेती हूं, तुमको अब तक अपनी पसंद का पुरुष नहीं मिला, इसलिए बुरा लगता है।

अब रतन की जुबानी :

मैं बोला- मेरी कोशिश जारी है. इंटरनेट पर मैंने कुछ लोगों से संपर्क किया मगर पसंद नहीं आया कोई!

एक शाम मोहिनी जब घर आई तो वह चिंतित दिखाई दे रही थे.

मोहिनी ने बताया कि उसकी सहेली स्वाति के माता पिता आए हैं और स्वाति की शादी होने वाली है इसी शहर में!
मैंने कहा- चिंता मत करो, कोई रास्ता तो निकल ही जायेगा।

शनिवार की शाम को मैं और मोहिनी विस्की पीने बैठे.
एक पैग के बाद सिगरेट पीते हुए मोहिनी ने कहा- रतन तुमने बताया था कि तुम अपने दोस्त सुनील के साथ उसकी बीवी की तरह रहते थे. सविस्तार बताओ जैसे मैंने बताया था।

मैंने बताना शुरू किया और वही सब बताया जो आप लोग भाग -1 में पढ़ चुके हैं.

मैं जब कल्पना के किरदार में अभिनय (रोल प्ले) के बारे में बता रहा था तो मोहिनी बहुत ध्यान से सुन रही थी। उसकी आंखों में शरारत दिख रही थी. शायद कोई कल्पना कर रही थी।

मैंने मोहिनी को बताया- छुट्टी के दिन मैं और सुनील एक दूसरे की मालिश किया करते थे. हफ्ते भर की थकान निकल जाती थी।

अब हमारा दूसरा पैग ख़त्म हो चुका था.
मोहिनी ने कहा- रतन, तुम नकली लंड (डिल्डो) देखना चाहोगे?
मेरे हां कहने पर मोहिनी दो डिल्डो लेकर आई और मेरे हाथ में पकड़ा दिया.

बड़ा वाला डिल्डो सुनील के लंड जैसा था.
मैं डिल्डो ध्यान से देख रहा था। मुझे सुनील की याद आ रही थी.
डिल्डो देखकर मेरी गांड में खुजली हो रही थी.

मोहिनी मेरी प्रतिक्रिया ध्यान से देख रही थी. मोहिनी बोली- मेरा एक प्रस्ताव है. कल छुट्टी है, हम एक दूसरे की मालिश करें तो कैसा रहेगा?
मैं तुरन्त राज़ी हो गया।

रविवार को मैंने पलंग पर प्लास्टिक बिछाया, उसके ऊपर चादर बिछायी।

पहले मेरी मलिश होनी थी. मैं चड्डी पहनकर लेटने लगा.
मोहिनी बोली- चड्डी भी उतार दो, नहीं तो मलिश पूरी नहीं हो पायेगी. मेरे से कैसा संकोच, आख़िर मैं तुम्हारी बीवी हूं।

मैं नंगा होकर पेट के बल लेट गया.

मालिश करते करते मोहिनी जब मेरी गांड तक आयी तो वह गांड की ज़्यादा ही मालिश करने लगी।
उसने कहा- तुम्हारे नितंब तो स्वाति की तरह सुडौल हैं, सिर्फ़ बाल ज़्यादा हैं।

उसके बाद मैं पीठ के बल लेट गया.
मेरे लंड को देखकर वो बोली- यह इतना छोटा है? वीडियो में तो बड़ा दिखता है.
मोहिनी ने असली लंड पहली बार देखा था।

मैंने कहा- लंड अभी सो रहा है. उसको प्यार से सहलाओ और चूमो, फिर देखना कमाल।
मोहिनी ने मेरा लंड सहलाया और चूमा. मेरा लंड धीरे धीरे बड़ा होने लगा और फिर पूरा खड़ा हो गया.

मोहिनी बोली- कमाल की चीज़ है लंड!
उसने अच्छे से मालिश की.

मैं बोला- अब मैं तुम्हारी मालिश करूगा. नंगी होकर पेट के बल लेट जाओ.

दोस्तो, मोहिनी का बदन गठा हुआ था, जाँघें मांसल थीं.

मालिश के बाद मैंने उसे पीठ के बल लेटने को कहा।
मोहिनी के स्तन ज़्यादा बड़े नहीं थे, तम्बू की तरह तने हुए थे.

मालिश करते करते जब मैं मोहिनी की चूत की तरफ आया तो चूत को ध्यान से देखने लगा।
मैंने चूत पहली बार देखी थी; चूत पर बाल नहीं थे।

मैंने मोहनी से पूछा- मैंने वीडियो में देखा है कि लड़कियां चूत में बड़े लंड आसानी से ले लेती हैं. इतनी छोटी सी चूत में इतना बड़ा लंड कैसे जाता है?

मोहिनी मुस्कराकर बोली- चूत भी कमाल की चीज़ है. पहली बार लंड डालने के समय बहुत दुखता है. फिर एक बार खुल गयी तो बड़ा लंड भी आसानी से जाता है।

वो बोली- मैंने जब स्वाति की चूत में छोटा डिल्डो डाला था, वह रो पड़ी थी. बाद में स्वाति बड़ा वाला डिल्डो भी आसानी से लेने लगी।
जब मैं उसे चोदती हूं तो वह अपनी गांड उठा उठाकर नकली लंड और अंदर लेने की कोशिश करती है.

मालिश के बाद हम दोनों एक साथ नहाए।
हम दोनों पलंग पर सोते थे।

वो बोली- रतन तुमने बताया था कि लड़कों को शरीर पर बिना बाल वाले लड़कों को चोदने में ज़्यादा मज़ा आता है. तुम बोलो तो मैं वैक्सिंग करके तुम्हारे शरीर के बाल निकाल दूं?

मैं हामी भर दी और हम दोनों में तय हुआ कि सोमवार से वैक्सिंग शुरू करेंगे।
सोमवार शाम मेरी छाती की वैक्सिंग मोहिनी ने शुरू की. बाल निकालने के बाद बहुत दर्द हुआ.

मोहिनी ने कहा- हम लड़कियां भी जब वैक्सिंग करती हैं तो बहुत दर्द होता है, सहन करो. बाद में जब अपना चिकना बदन छुओगे, तब दर्द भूल जाओगे।

वैक्सिंग के बाद मैंने अपनी छाती छूकर देखी और आईने में देखा. मेरी छाती एकदम चिकनी और सुंदर लग रही थी.
तीन दिन में मेरे पूरे बदन की वैक्सिंग हो गयी. बगल और झांट के बाल हेयर रिमूवर से साफ हो गये।

वैक्सिंग के समय मोहिनी ने कहा- रतन, तुम बोलो तो मैं तुम्हारे स्तन थोड़े बड़े कर सकती हूं ब्रेस्ट पंप लगाकर!
मैं मान गया.

अब रोज वैक्सिंग के बाद मोहिनी मेरे स्तन पर ब्रेस्ट पंप लगाकर दो तीन घंटे रखती.
मेरे स्तन बड़े होने लगे।

मंगलवार को ब्रेस्ट पंप रतन के स्तनों में लगाने के बाद मोहिनी ने कहा- रतन, तुम्हारे रोल प्ले के बारे में सुनकर मुझे एक विचार आया है. हम भी रोल प्ले कर सकते हैं।

मोहिनी का प्रस्ताव था- वह पुरुष का अभिनय करेगी, मुझे लड़की के समान सजाकर मुझसे शादी करेगी और उसके बाद दोनों की सुहागरात होगी. मुझे समझ में आ गया कि मोहिनी मेरी गांड मारना चाह रही थी।

गांड मरवाने की बात सोचकर मैं भी राज़ी हो गया. सोचा कि यह करके देखते हैं.

शनिवार शाम को शादी और सुहागरात होना तय हुआ.
मेरी गांड का छेद बहुत अरसे से चुदाई न होने के कारण सिकुड़ गया था।

अब मैं एस्स प्लग को गांड में लगाने लगा ताकि छेद खुल जाए।
मोहिनी मेरी माप के ब्रा, पैंटी और लड़कियों वाले कपड़े खरीद लाई.
आभूषण मोहिनी के पास थे.

शनिवार को मोहिनी ने मुझे लड़कियों के कपड़े पहनाए और मेरा शृंगार किया.

मैं अब लड़की की तरह लग रहा था और महसूस कर रहा था. मैं रतन से रति हो गया. लड़कियों जैसे नकली बाल (विग) मोहिनी नहीं लाई.

मोहिनी ने कहा कि उसे छोटे बाल वाली लड़की ज़्यादा सेक्सी लगती है।

मैं फूलों की दो माला ले आया था.
हम दोनों ने शयन कक्ष फूलों से सज़ा दिया.

मोहिनी कुर्ता पाजामा पगड़ी पहन कर मोहिनी से मोहन बन चुकी थी.
उसने सब गहने उतार दिये, आइ-लाइनर से मूंछ बनी लीं।

मैंने और मोहन ने फूलों की माला एक दूसरे के गले में डाली. मोहन ने मेरी माँग में सिंदूर लगा दिया।
फिर दोनों ने शादी की खुशी में एक एक पैग पीया और हल्का खाना खाया.

अब सुहागरात होनी थी.
मैंने बाथरूम में जाकर बट-प्लग निकाला और एनीमा लिया.

मैं शयन कक्ष में घूंघट ओढ़कर बैठ गयी. मोहन सुहाग कक्ष में आया और उसने दरवाजा अंदर से बंद किया.

मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी. मोहन पलंग पर बैठा।
उसने मुझे प्यार से देखा और बोला- रति, तुम बहुत सुन्दर दिख रही हो.
उसने मेरा चेहरा दोनों हाथों से पकड़कर माथे और आँखों को चूमा।

मोहन ने मुझे प्यार से लिटा दिया। वह मेरे बाजू मे लेट गया, मुझे बांहों में भरकर मेरे होंठ चूमने और चूसने लगा.
मैं भी मोहन के होंठ चूमने और चूसने लगी.

अब मोहन मेरे ब्लाउज में दबे स्तनों को दबाने लगा।
हम दोनों उत्तेजित हो रहे थे।

उसने मेरा ब्लाउज निकाल दिया, थोड़ी देर मेरे स्तनों को दबाने के बाद उसने मेरी ब्रा भी उतार दी।
मैंने शर्माकर अपने स्तनों को ढक लिया।

फिर उसने धीरे से मेरे हाथों को हटा दिया।
वो बारी बारी से मेरे नंगे स्तनों को दबाने लगा; बीच बीच में उनको चूसने भी लगा।

मेरे निप्पलों को उंगलियों से मरोड़ रहा था।
अब मोहन ने अपने सारे कपड़े उतार दिए। उसने मुझे कस कर बांहों में भर लिया।

हम दोनों की छाती एक दूसरे से चिपक गयी।
कुछ देर बाद वो अलग हुआ।

मोहन ने स्ट्रैप-ऑन डिल्डो पहन लिया।
उसने डिल्डो में के-वाई जेल लगाया।

मोहन ने मेरी गांड के नीचे तकिया लगाया. मैंने पैरों को छाती की तरफ मोड़ा.

उसने घुटनों के बल बैठते हुए धीरे धीरे डिल्डो को मेरी गांड में डाल दिया। जब डिल्डो पूरा अंदर मेरी गांड में उतर गया तो वो मेरे होंठों को चूमने लगा।

मैंने अपनी गांड हिलाकर संकेत दिया कि मैं चुदाई के लिए तैयार हूं।

पहले वह धीरे धीरे चोदने लगा और फिर जोर से चोदने लगा।
फिर कुछ देर चोदने के बाद उसने मुझे पेट के बल लिटा दिया।
वो थोड़ी देर चुदाई करता और फिर रुक जाता।

इस तरह से हमें बहुत देर हो गयी।
मोहन थक नहीं रहा था। मेरी प्रोस्टेट की अच्छी मालिश हो रही थी मोहन के डिल्डो से!

मेरी गांड का छेद फैल और सिकुड़ रहा था।

मुझे स्वर्गीय आनंद की अनुभूति हो रही थी. मैं उत्तेजना की चरम सीमा पर पहुंच गयी, और झड़ गयी.
मैंने कहा- मेरा हो गया है।

फिर उसने मेरी गांड से डिल्डो निकाल दिया और मेरे ऊपर से उतर गया।
अब उसने डिल्डो उतार दिया और अब वो फिर से मोहिनी हो गयी।

मैं उसकी चूत चूसने लगी। मैं अंदर जीभ डालकर उसकी चूत को चूस रही थी।
उसने मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा लिया।

कुछ देर तक ऐसे ही मैं चूसती रही मोहिनी की चूत।

उसके बाद उसकी चूत से रस का फव्वारा निकला। उसने मेरे पूरे चेहरे को चूत के रस से भिगो दिया।

मोहन (मोहिनी) रति (रतन) हम दोनों पूरे तृप्त हो गये थे. एक दूसरे की बांहों में नग्न ही सो गये.

अब हम दोनों रोज नये नये प्रयोग करने लगे। नये नये खेल खेलने लगे और यौन आनंद का पूरा रस लेने लगे।

मोहिनी नग्न होकर पलंग पर बकरी बनकर घुटनों और हाथ के सहारे खड़ी होती.
मैं उसके सिर पर फेटा बाँधकर ग्वाला बनता, एक बर्तन मोहिनी के स्तनों के नीचे रखकर, मोहिनी के निप्पल पकड़कर ऐसे खींचता जैसे दूध निकाल रहा हो.

हमने मेले से गले का पट्टा, रस्सी, बकरी का मुखौटा और सींग खरीदा. यह सब बकरी बनने के समय लगाया जाता था। अब मैं बकरी बनता, मोहिनी मेरा दूध निकालती.

मेरा दूध निकलते समय मोहिनी बोली- रतन तुम्हारे थन (स्तन) बहुत छोटे हैं, स्वाति होती तो और मज़ा आ जाता. मगर स्वाति की शादी हो रही है.
मैं बोला- वो रहेगी तो इसी शहर में ही, कोशिश करोगी तो आ जाएगी। मुझे भी उसका दूध निकालने का मौका मिलेगा।

इस तरह हमारी मस्ती चलती रहती।

कभी कभी फर्श पर 4 गद्दे बिछाए जाते. बड़ा सा बिस्तर बनता. मैं नग्न होकर घोड़ा बनकर खड़ा होता. मोहिनी नग्न होकर उसकी सवारी करती.
मोहिनी गिरने से बचने के लिए चुनरी मेरी पीठ पर बांधकर उसे पकड़ लेती।

एक हाथ से मोहिनी चुनरी पकड़ती, दूसरे हाथ में फुट पट्टी (स्केल).
संकेत था- जब मोहिनी घोड़े को स्केल से गांड पर एक बार मारे तो चलना है, दो बार मारने पर रुकना है.

इस तरह से दोनों खूब हंसते इस खेल को खेलते समय।

मेरे सुझाव से मोहिनी ने मुंह में चॉकलेट लेकर मेरा लंड चूसा और वीर्य पीया.
मोहिनी को पसंद आया.

मैंने कहा- वीर्य में विटामिन और प्रोटीन होता है, लंड चूसने का मज़ा भी आयेगा, स्वास्थ के लिए भी अच्छा है.
हम 69 आसन में दोनों एक दूसरे का लंड/चूत चूसते.
मोहिनी मेरा वीर्य पी जाती. मैं मोहिनी की चूत का रस पी जाता।

नहाने के पहले बाथरूम में हम एक दूसरे को मूत्र स्नान कराते, थोड़ा मूत्र पी भी लेते.

एक बार मजाक में मैंने कहा- देखो मेरी मूत्र की धार कितनी दूर जाती है, तुम ऐसा कर सकती हो?
मोहिनी ने जवाब में कहा- मेरे मूत्र करते समय सीटी की आवाज़ आती है, तुम ऐसा कर सकते हो?

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न्यू वाइफ सेक्स कहानी का अंतिम भाग: एक अनोखी शादी- 4