इंडियन चूत की चुदाई का मजा मुझे मिला मेरी बुआ की जवान बेटी से! वो हमारे घर आई हुई थी। दोनों मिले तो जन्नत का मजा मिल गया। कहानी का आनंद लें!
नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम राज है। मुझे 2 साल देर से स्कूल में डाला गया था। इसीलिए जब मैं 12वीं कक्षी में था तो मेरी उम्र 20 साल हो गई थी।
मैं पढ़ाई में काफी अच्छा था। किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता था। मैंने काफी पहले से ही मुठ मारने की शुरुआत कर दी थी और मेरा लंड 6 इंच का हो चुका था।
लेकिन इंडियन चूत की चुदाई का मजा मुझे अभी नहीं मिला था.
हर साल की तरह मेरी बुआ उनकी लड़की के साथ गर्मी की छुट्टियों में हमारे यहां आई हुई थी।
मेरी बुआ की बेटी का नाम प्रिया है। उस वक्त उसकी उम्र 21 साल थी।
मेरी उसके साथ बहुत जमती थी। हमारा रिश्ता भाई बहन जैसा ही था।
लेकिन इस साल बात कुछ और थी।
प्रिया का रंग गेहुंआ था। उसका फिगर कमाल का हॉट था। उसके बूब्स काफी बड़े और गोल-गोल थे।
उसकी गांड काफी बड़ी हो चुकी थी और कमर एकदम पतली थी। उसके होंठ भी बहुत रसीले और गुलाबी थे।
एक दिन प्रिया ने मुझसे कहा कि चलो छत पर जाकर सूखे हुए कपड़े निकालकर लाते हैं।
हम दोनों ऊपर चले गए और रस्सी पर से कपड़े उतारने लगे।
तभी मुझे प्रिया की ब्रा और पैंटी दिखी।
मैंने उसको नजरअन्दाज कर दिया और आगे के कपड़े निकालने लगा।
तभी प्रिया की हंसने की आवाज़ आयी और उसने कहा- तुम कितने भोले और मासूम हो राज़!
मैं शर्म से लाल हो गया।
मैंने कभी प्रिया को उस नज़र से नहीं देखा था लेकिन इस बार मेरे तेवर बदल चुके थे।
मेरे मन में उसके लिए अब वासना जागने लगी थी।
अगले दिन प्रिया घर में झाड़ू लगा रही थी। उसके बूब्स मुझे शर्ट में हिलते हुए दिख रहे थे।
मैंने ध्यान से देखा तो उसने लाल रंग की वही ब्रा पहनी हुई थी जो पिछले दिन मैंने रस्सी पर देखी थी।
वो कामुक नजारा देख मेरा लंड खड़ा हो गया।
अब मैंने ये भी ध्यान दिया कि प्रिया जानबूझकर ज्यादा नीचे झुक रही थी ताकि मुझे अपने बूब्स दिखा सके।
मुझे उसकी हरकतों में एक शरारत दिख रही थी।
फिर बाद में हम दोनों हॉल में टीवी पर गाने देखने लगे।
रिमोट मेरे हाथ में था।
चैनल पर अगले गाने का नाम आया, जो मैंने देख लिया।
मुझे पता था कि उस गाने में किस वाले सीन हैं।
मैंने चैनल बदल दिया।
तभी प्रिया बोली- अरे राज, वो चैनल वापस लगाओ, उस पर मेरा फेवरेट गाना आने वाला है।
मैंने फिर से वो चैनल लगा दिया।
गाने के आखिर में जैसे ही किस वाला सीन आया तो प्रिया मेरी तरफ देखकर मुस्कराने लगी।
मैं फिर से शर्म से लाल हो गया।
तभी प्रिया ने पूछा- सुनो राज, वहाँ बेडरूम में रात को कौन सोता है?
मैंने कहा- वहाँ का फैन खराब है तो कूलर लगाते हैं और उसके शोर की वजह से कोई नहीं सोता।
प्रिया बोली- अरे कल रात मुझे हॉल में नींद ही नहीं आई। आज एक काम करते हैं, हम दोनों बेडरूम में सो जाते हैं।
मैंने कहा- ठीक है।
मुझे उसके इरादे समझ में आ गए थे।
मेरे परिवार की नज़र में मैं बहुत मासूम और शरीफ था तो इस बात पर किसी का ध्यान नहीं गया कि एक जवान लड़का और लड़की एक रूम में सो रहे हैं।
रात को खाना खाने के बाद करीब साढ़े 10 बजे मैंने कूलर ऑन कर दिया और अकेला ही सो गया।
बाद में करीब 11 बजे प्रिया के रूम में आने की आवाज आयी और मैं जाग गया लेकिन चुपचाप पड़ा रहा।
प्रिया आईने में देख रही थी और तभी उसने अपने बैग में से नाइटी निकाली।
मैंने देखा कि वो अपना ड्रेस उतारने लगी।
उसने टॉप और लैगी निकाल दी।
अब ब्रा और पैंटी में वो बहुत हॉट लग रही थी।
मेरा लंड काफी ज़्यादा टाइट हो गया।
फिर उसने अपनी सिल्क जैसी नाइटी पहन ली और मेरे पास आकर लेट गई।
मेरी नींद उड़ चुकी थी।
अब मेरा मुठ मारने का मन कर रहा था।
मैंने प्रिया के सोने का इंतजार किया।
करीब साढ़े 12 बजे के लगभग वो गहरी नींद में सो गई, तब मैंने उसके खूबसूरत चेहरे को देखा।
उसके होंठ कह रहे थे कि आओ … और हमें पी जाओ।
फिर मैंने उसके बूब्स की ओर देखा।
नाइटी में से उसका क्लीवेज दिख रहा था।
मैं उसके बूब्स को अपने हाथों से हल्के से सहलाने लगा।
फिर मैंने उसकी नाइटी के अंदर हाथ डाला और उसके बूब्स को हल्के से दबाने लगा।
वो गहरी साँसें ले रही थी।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
मेरा लंड आज तक कभी भी इतना टाइट नहीं हुआ था।
फिर मैंने बूब्स दबाते-दबाते हल्के से उसके होंठों पर किस करना शुरू किया।
मगर अचानक उसने अपनी करवट बदल दी और मेरी तरफ अपनी पीठ करके सो गई।
मेरा हाथ उसकी नाइटी में ही रह गया।
मैंने धीरे से अपना हाथ निकाला और मेरी नजर उसकी गांड की ओर गई।
कमाल की बड़ी और गोल गांड थी।
मैंने अपना हाथ बाहर से उसकी गांड पर फिराना शुरू कर दिया।
बाद में उसकी नाइटी के अंदर घुसा दिया और उसकी पैंटी में मेरा हाथ लगा।
इतनी मुलायम गांड शायद ही किसी की हो।
अचानक प्रिया ने मेरा हाथ पकड़ लिया और फट से उठ गई।
मेरी धड़कन बहुत तेज़ हो गई।
मैं हल्का सा सहम गया।
उसने दो पल मेरी तरफ देखा, फिर अचानक मुझे किस करना शुरू कर दिया।
मैं भी ज़ोर ज़ोर से उसे किस करने लगा।
उसने मेरी शर्ट को निकाल दिया और मेरी बॉडी को चूमने लगी।
प्रिया का ऐसा हवस भरा रूप देख मैं हैरान था और खुश भी हो रहा था कि आज जवान इंडियन चूत की चुदाई का मजा मिल जाएगा.
4-5 मिनट के लंबे चुम्बनों के बाद वो रुक गई और कहा- कभी सेक्स किया है?
मैंने कहा- नहीं।
फिर उसने कहा- पोर्न तो देखी होगी ना?
मैंने कहा- हां, लेकिन अभी मेरे पास कॉन्डम नहीं है।
वो बोली- अरे चिंता मत करो, मैं पिछले तीन दिनों से टेबलेट खा रही हूं।
ये सुनकर मैं खुश हो गया और कहा- कमाल है तू तो, अब तू मेरा जलवा देख!
मैं उठकर खड़ा हो गया।
मैंने उसको अपनी बांहों में कस लिया और बेतहाशा चूमने लगा।
उसकी नाइटी में हाथ डालकर मैंने चूचियों को जोर जोर से भींचना शुरू कर दिया।
ऐसा लग रहा था जैसे मेरे अंदर का जंगली जानवर जाग गया हो और किसी ने उसको खुला छोड़ दिया।
किस करते करते ही मैंने नाइटी के अंदर से ही ब्रा का हुक निकाल दिया और ब्रा खींच कर बाहर निकाल ली।
मैं और जोर से उसके बूब्स दबाने लगा।
वो अह्ह … अह्ह … करते हुए सिसकारने लगी।
फिर मैंने उसकी पैंटी के अंदर हाथ डाला और उसकी चूत पर अपनी दो उंगलियां रख सहलाने लगा।
उसकी सिसकारियां और तेज हो गईं।
फिर मैंने उसकी नाइटी निकाल दी और जो नज़ारा मेरे सामने आया … मैं तो देखता ही रह गया।
उसके दोनों गोरे-गोरे गोल-मटोल बूब्स मेरे सामने खुल गए।
मैंने उसको बेड पर लिटाया और बूब्स चूसते हुए नीचे तक आया।
फिर उसकी पैंटी निकालकर इंडियन चूत की खुशबू ली।
उसकी चूत गुलाबी थी और बहुत प्यारी लग रही थी तो मैं जोर से चूत को चाटने लगा।
2 मिनट तक मैंने उसकी चूत चाट चाटकर चिपचिपी कर दी।
अब वो ठुकाई के लिए तैयार हो चुकी थी।
मैंने अपना लंड बाहर निकाला और प्रिया की चूत पर रखकर रगड़ने लगा।
वो जैसे चुदने के लिए पागल सी हो गई थी।
उसके चेहरे को देखकर लग रहा था जैसे वो चुदने के लिए मिन्नत कर रही हो।
फिर उससे रुका नहीं गया और उसने मेरा लंड मुँह में लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी।
2 मिनट में ही मेरा पानी निकलने वाला था।
तभी मैंने उसको रोका और किस किया।
मैंने कहा- चल अब घोड़ी बन जा।
वह घोड़ी बन गई।
मैंने उसकी गांड पर किस किया और अपना लंड धीरे से चूत में घुसा दिया।
जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत में घुसा वो जोर से उचकी और उसकी आवाज निकलने से पहले मैंने उसके मुंह को दबा लिया।
जोर लगाना जारी रखते हुए मैंने धीरे-धीरे पूरा लंड चूत के अंदर घुसा दिया।
आह्ह … मेरा पूरा लंड चूत में जा चुका था और मैं उसकी चूत की गर्मी को महसूस कर पा रहा था।
फिर मैंने धीरे से प्रिया की टाइट चूत को चोदना शुरू कर दिया।
मैंने स्पीड बढ़ाई और प्रिया भी चुदाई की मस्ती से भर गई।
चुदते हुए वो आह्ह … अम्म … अह्ह … हाए … ओह्ह … करने लगी।
4-5 मिनट चोदने के बाद मैंने उसे पोजीशन बदलने कहा।
मैं बेड पर लेट गया और उसको लंड पर बैठने को कहा।
उसने वैसा ही किया, वो मेरे ऊपर आकर लंड पर बैठ गई और पूरा लंड अंदर लेकर धीरे धीरे कूदने लगी।
वो लंड को चूत में लिए उछल रही थी और मैं उसके बूब्स को दबाते हुए चूस रहा था।
अब मेरा जोश बढ़ने लगा और मैं भी नीचे से जोर जोर से धक्के लगाने लगा।
चुदाई का नशा अपने चरम पर था और अंदर मेरा वीर्य मेरे आंडों में से बाहर आने को बेताब था; मेरा स्खलन मुझे नजदीक लगने लगा।
मेरा पानी निकलने ही वाला था तो मैंने तुरंत उसको उठने को कहा।
उसके उठते मैंने लंड को उसके मुंह में दिया।
लंड को मुंह का मजा मिला तो कुछ पल ही में उसने वीर्य बाहर थूक दिया और मैंने सारा माल प्रिया के मुंह में पिला दिया।
चुदाई काफी जोश में हुई थी और हम दोनों काफी थक गए।
हमारी साँसें ज़ोर ज़ोर से चल रही थीं; दिल की धड़कन धक-धक भाग रही थी।
दोनों एक दूसरे के सामने नंगे पड़े थे।
फिर मैंने उसको पानी की बोतल दी।
उसने पानी मुंह में लिया और पानी की पिचकारियां खिड़की के बाहर फेंकती हुई बोली- राज, इसके बारे में किसी को पता नहीं चलना चाहिए।
मैंने उसको अपनी ओर खींचा और गर्दन पर किस करते हुए कहा- फ़िक्र मत करो!
फिर मैंने घड़ी की ओर देखा तो 1:30 बज चुका था।
मैं पानी पीकर प्रिया को अपनी बांहों में लेकर सोने लगा।
मैंने प्रिया से पूछा- क्या ये तुम्हारा पहली बार था?
उसने कहा- हां।
लेकिन मुझे यकीन नहीं था कि वो पहले कभी नहीं चुदी होगी.
फिर मैं उसके बूब्स को चूसते चूसते सो गया।
अगली सुबह 6 बजे के करीब मेरी आँख खुल गई।
मेरे दादाजी 6 बजे के बाद अपने बिस्तर रखने बेडरूम में आने वाले थे।
तभी ध्यान गया कि हम नंगे हैं।
मैंने जल्दी से उठकर अपने कपड़े पहन लिए और प्रिया की ओर देखा।
उसके चेहरे पर अलग ही नूर था।
मैंने उसको उठाना ठीक नहीं समझा।
फिर मैंने उसकी ब्रा और पैंटी उठाई और उसे पहनाने लगा।
उसके बाद उसको नाईटी पहनाकर उसको प्यार भरा किस किया।
उसके बाद मैं फिर सो गया।
2 घंटे और सोने के बाद हम दोनों 8 बजे उठ गए।
उसने मेरी तरफ देखा और मुस्कराकर आँख मारी।
मैंने उसे उन दो रातों में खूब चोदा।
तीसरी रात मुझे कुछ अलग करने की इच्छा हुई।
मैंने प्रिया को कहा- आज मैं गांड में लंड डालूंगा।
वो मान गई और उसने नहा कर आई, नहाते समय अपनी गांड अच्छे से साफ कर ली।
रात को उसको नंगी करने के बाद मैंने सीधे उसकी गांड को जीभ से चाटना शुरू कर दिया।
उसको भी मज़ा आने लगा।
मैंने अपने लण्ड पर थूक लगाया और उसकी गांड में दो उंगलियां डाल दीं।
फिर बहुत धीरे से मैं उसकी गांड में लंड घुसाने लगा।
मेरा मोटा लंड अंदर जाते ही प्रिया जोर से कराहते हुए बोली- आह्ह राज, बहुत दर्द हो रहा है … प्लीज धीरे करो।
मैं धीरे-धीरे उसको चोदने लगा।
2 मिनट बाद मेरा लंड उसकी गांड में बराबर एडजस्ट हो गया और मैंने रफ़्तार पकड़ ली और जोर जोर से धक्के देने लगा।
3-4 मिनट ऐसे चोदने के बाद मैंने जल्दी से अपना लंड बाहर निकाला और उसकी गांड में 2 उंगलियां घुसा कर बहुत स्पीड से चुदाई करने लगा।
गांड में उंगली के मजे से उत्तेजित होकर उसकी चूत में से पानी निकल गया और वो चरम सुख तक पहुँच गई।
लेकिन मेरा पानी निकलना अभी बाकी था।
मैंने उसके मुंह में लंड दे दिया और मुंह चोदने के बाद फिर से चूत में देकर चोदने लगा।
2 मिनट बाद मैंने उसकी चूत में ही पानी छोड़ दिया।
हम दोनों फिर से नंगे ही सो गए।
उसके बाद प्रिया और मेरी मुलाकात हुई लेकिन उसमें बस हम किस और सहलाना ही कर पाए, चुदाई नहीं हुई।
अब उसकी शादी हो चुकी है।
हम दोनों जब भी मिलते हैं तो कामुकता का अलग ही माहौल बन जाता है लेकिन चुदाई नहीं करते हैं।
हम अब उस बारे में कभी भी बात नहीं करते हैं।
लेकिन जब भी मैं ये किस्सा याद करता हूं तो मुठ मारे बिना नहीं रह पाता हूं और 2-3 मिनट में ही मेरा पानी छूट जाता है।
मुझे वो इंडियन चूत की चुदाई का मजा हमेशा याद आता है।
तो दोस्तो, आपको मेरी कज़िन की चुदाई की ये कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर बताना।
आप सबकी प्रतिक्रियाओं का बेसब्री से इंतजार रहेगा।
मुझे ईमेल में लिखें और कमेंट्स में भी फीडबैक दें।
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