इनडिसेंट प्रपोजल फॉर माय वाइफ मुझे मिला जब गोवा के बीच पर एक अमीर आदमी ने मुझे मेरी बीवी के साथ एक साथ बिताने के लिए एक लाख रूपये का ऑफर दिया.
कहानी के पहले भाग
सेक्सी वाइफ के साथ गोवा का ट्रिप
में आपने पढ़ा कि मेरी बीवी बहुत सेक्सी है. हम दोनों खुले विचारों के हैं. हम दोनों गोवा घुमने गए तो वहां एक आदमी ने मेरी बीवी की एक रात की कीमत 1 लाख लगायी.
मैंने मना कर दिया.
पर उसी दिन मेरे रूम से मेरा सारा कीमती सामान पैसे चोरी हो गया. हमें पैसों की जरूरत थी.
अब आगे इनडिसेंट प्रपोजल फॉर माय वाइफ:
फिर मेरे दिमाग में उस आदमी का ख्याल आया।
“अब तो सब कुछ ठीक करने का एक ही तरीका बचा है!” मैंने सारिका से कहा।
“क्या? बताओ जल्दी!” उसने फट से पूछा।
“यार, हम रोज सेक्स करते हैं, और पोर्न भी देखते हैं, कहानियाँ भी पढ़ते हैं। और यहाँ तो बड़े-बड़े लोग आते हैं, यही कांड करने! तो अब बस एक ही रास्ता बचा है कि या तो घर जाकर सच बता दें कि हम गोवा गए थे, या फिर उस आदमी का ऑफर बचा है!” मैंने कहा।
“उससे ट्रिप भी खराब नहीं होगी, कोई और खर्चा भी नहीं होगा, और एक लाख में आराम से मंगलसूत्र और नोज पिन वगैरह सब आ जाएगा, और सब कुछ ठीक हो जाएगा!” मैंने आगे कहा।
“यार, घर पर सब सच तो नहीं बता सकते!” सारिका ने कहा।
“घर वालों की नजरों में इज्जत जाने से अच्छा तो किसी अजनबी के सामने जाना है!” मैंने जवाब दिया।
काफी देर सोचने के बाद भी कुछ समझ में नहीं आया।
“यार सारिका, एक काम करते हैं, टॉस कर लेते हैं!” मैंने कहा।
मैंने एक सिक्का निकाला और बोला, “हेड्स मतलब घर पर सब बता देंगे, टेल्स मतलब उसका ऑफर ले लेंगे!”
“तुम बोलो, मैं सिक्का उछालता हूँ!” मैंने सारिका को कहा।
“हेड्स!” सारिका ने कहा, घर पर बताने वाला।
टेल्स आया।
हम दोनों कुछ नहीं बोल पाए।
“यार, एक बार और ट्राई करते हैं, पर इस बार जो आएगा, वो फाइनल है!” मैंने कहा।
“ओके!” सारिका ने जवाब दिया।
मैंने फिर से उछाला। उसने हेड्स माँगा, और फिर से टेल्स आया।
उसने सिक्का लेते हुए कहा, “मैं उछालूँगी एक बार, क्योंकि टॉस अब 3 बार होगा!”
उसने उछाला, तो मैंने टेल्स माँगा कि शायद ऑपोजिट आ जाए लेकिन फिर से टेल्स ही आ गया।
“चलो, फिर जो होगा, वो देखा जाएगा!” सारिका ने कहा।
फिर हम सामान लेकर उस बीच साइड की तरफ चल पड़े और बातें करने लगे।
“यार, मान लो हमें ये सब करना भी पड़ा, तो वो आदमी तो इतना अमीर है, और उसकी नजर भी है मुझ पर पहले से। तो क्यों न उसे डेढ़ लाख का बोल दें? फिर तो वो पक्का मना कर देगा!” सारिका ने कहा।
“और अगर उसने मना कर दिया, तो घर चले जाएँगे!” उसने आगे कहा।
“और अगर फिर भी मान गया, तो?” मैंने पूछा।
“फिर जो होगा, वो देखा जाएगा। कम से कम पैसे तो होंगे!” सारिका ने जवाब दिया।
जब हम वहाँ बीच पर पहुँचे, तो वो आदमी दिखाई नहीं दिया।
“अब?” सारिका ने पूछा।
“उसने अपना कार्ड दिया था, तो मैंने उसे वहीं गिरा दिया था!” मैंने कहा।
फिर हम कार्ड वाली जगह पर गए, तो कार्ड वहीँ पड़ा मिल गया।
उस पर K आनंद लिखा था, और नंबर वगैरह थे।
मैंने उसे उठाया और सारिका की तरफ देखकर बोला, “कर दूँ क्या कॉल?”
“और कोई उपाय हो, तो बताओ!” सारिका ने जवाब दिया।
इनडिसेंट प्रपोजल फॉर माय वाइफ स्वीकार करने के लिए मैंने फोन लगा दिया।
“Hi bro, क्या आप वही लाइटर हेल्पर हो?” उसने फोन उठते ही कहा।
“Yes!” मैंने जवाब दिया।
“होटल में हमारा पर्स चोरी हो गया, और हम मजबूरी में हैं!” मैंने कहा।
“कोई ना! अगर आपकी हाँ हो, तो आपका वेलकम है!” उसने जवाब दिया।
“1 नहीं, डेढ़ लाख देने होंगे, क्योंकि हमारा जो सामान चोरी हो गया, हमें वो वापस भी ले जाना होगा!” मैंने कहा।
वो खुश हो गया और तुरंत मान गया।
“It’s okay!” उसने कहा।
“मैं आपको लेने आता हूँ!” उसने आगे कहा।
“नहीं, हम लोग आ जाएँगे!” मैंने जवाब दिया।
फिर हम लोग उसके कॉटेज पर पहुँचे।
वह हमारा इंतजार ही कर रहा था।
गेट पर जाते ही उसने बैग पकड़ते हुए कहा, “वेलकम, वेलकम guys!”
कॉटेज अंदर से बहुत ही शानदार, AC और महँगी वस्तुओं से सुसज्जित था।
अंदर आते ही उसने सारिका के गाल पर एक किस किया और कहा, “थैंक्स!”
मेरी थोड़ी जली।
वह समझ गया।
उसने मेरे कंधे पर हाथ रखा और बोला, “कोई ना ब्रो, आप तो हमेशा ही साथ में होते हो। मैं 5 साल से अकेला हूँ, so it’s just a help!”
मैं चुप रहा।
सारिका चुपचाप रूम में एक सोफे पर बैठ गई और टीवी देखने का बहाना करने लगी।
रूम में 2 बड़े सोफे, 1 टेबल, और कुछ चेयर वगैरह, काफी सामान था।
दूसरे रूम में एक डबल बेड, नाइट लैंप्स, और कुछ सामान था।
दोनों रूमों के बीच एक गेट था, जिसमें 6×6 इंच का एक काँच लगा था, जिसमें से आर-पार देख सकते थे।
दोनों में अलग-अलग बाथरूम, फ्रिज, टीवी वगैरह सब साधन थे।
शायद फैमिली स्वीट टाइप बनाया हुआ था।
मैंने इधर-उधर थोड़ा कॉटेज वगैरह देखा।
तभी तक वह बंदा एक ड्रिंक ले आया और टेबल पर रखकर 3 ड्रिंक बनाई।
सारिका ने 2-4 बार ही पी थी — सुहागरात वाले दिन, सालगिरह पर, और एक-आध बार और।
हम दोनों ने एक-दूसरे की तरफ देखा।
“प्लीज, आप इनमें से एक कोई ड्रिंक मुझे दे दें!” उस बंदे ने सारिका से कहा।
सारिका ने एक गिलास उसे दे दिया और उसने सबसे पहले पी लिया।
फिर हम भी पीने लगे।
सिर्फ लाइट 2 ड्रिंक के बाद माहौल थोड़ा शांत हुआ।
थोड़ी देर में वह बोला, “आप लोग फ्रेश हो लो, फिर बीच पर घूमने चलते हैं!”
हम दोनों चुप रहे।
करीब 6 बज चुके थे।
1 घंटे की शाम बाकी थी।
बीच की सुहानी शाम और मस्त मौसम था।
मैं बाहर वाले रूम के ही बाथरूम में घुसा और शॉवर लेने लगा, पर मेरा ध्यान बाहर अटका था।
तभी थोड़ी हलचल हुई।
कुछ कदमों की आवाज आई, और फिर थोड़ी कसमसाहट सी हुई।
फिर ऐसा लगा जैसे एक छोटी-सी किस की आवाज आई हो।
“आप भी चेंज कर लें, उस रूम में एक और बाथरूम है!” उसने कहा।
“आपके लिए कुछ ड्रेस भी खरीदी थी मैंने आज!” वह बोला।
मैं अंदर ही अंदर सुन रहा था।
उसकी बातें सुनकर ऐसा लगा जैसे वह सारिका को चोदने की पूरी तैयारी कर चुका था।
“आज सालों से भूखा मेरी बीवी की जमकर लेगा!” मैं सोचने लगा।
मैं सोचने लगा कि कहीं इसका लंड मुझसे बड़ा हुआ तो?
उसे देखकर तो ऐसा लगता था कि उसका लंड कोई नॉर्मल सा ही होगा।
और कोई तगड़ा लंड होता, तो उसकी बीवी छोड़ के थोड़े ही जाती!
मैं ऐसा-वैसा सोचते-सोचते नहाने लगा।
थोड़ी देर बाद मैं बाहर आया, तो वह बाहर बैठकर टीवी देखते-देखते एक और ड्रिंक ले रहा था।
हम दोनों चुपचाप टीवी देख रहे थे।
उस दिन इंडिया का कोई फाइनल मैच शुरू हुआ था।
थोड़ी देर बाद जब सारिका बाहर आई, तो मेरे होश उड़ गए।
उसने एक वाइट रंग की बिल्कुल ही छोटी और जालीदार फ्रॉक टाइप बेबीडॉल ड्रेस पहन रखी थी।
उसके बूब्स हल्के-हल्के लेकिन पूरे बाहर तने हुए नजर आ रहे थे।
और नीचे से भी ट्रांसपेरेंट टाइप ड्रेस में उसकी चिकनी जाँघें, और बीचों-बीच हल्की सी उसकी चूत की भी एक झलक नजर आ रही थी।
“My god … you are such an erotic and beautiful woman I have ever seen!” उसने सारिका को देखकर कहा।
फिर वह उठा और एक ब्ल्यू-ब्लैक से कलर का एक कपड़े का बेल्ट लेकर आया।
सारिका बाल सही कर रही थी।
वह आकर सारिका के सामने खड़ा हो गया और फिर सारिका को हग करते हुए उसकी कमर पर वो बेल्ट कसकर बाँधने लगा।
सारिका का मुँह और उसके हॉट उस बंदे की गर्दन के पास थे।
शायद सारिका के मुँह से निकली गर्म साँसें उसकी गर्दन से टकरा रही होंगी।
तभी एक-दो झटके से लगे।
“हो गया!” उसने कहा।
वह दूर हटा, तो देखा कि बीच से बाँधने के कारण वह फ्रॉक अब नीचे से थोड़ी बाहर की तरफ खुली-खुली हो गई थी।
सारिका की गोरी, चिकनी टाँगें साफ दिख रही थीं।
फ्रॉक बड़ी मुश्किल से सारिका का पिछवाड़ा ढके हुए था।
जब सारिका ने अपने हाथ ऊपर किए, तो नीचे से थोड़ी-थोड़ी गांड नजर आ रही थी।
बीच से कसकर बाँधने की वजह से अब उसके बूब्स एकदम साफ-साफ बाहर आकर पूरे दिख रहे थे।
वह किसी उर्वशी की तरह कामुक लग रही थी।
“ब्रो, आप चलोगे या मैच देख रहे हो?” उस बंदे ने मुझसे पूछा।
मैं कुछ सोचता, तब तक वह फिर बोला, “आप मैच देख लो। कहीं बाहर जाओ, तो कार्ड अंदर ही है। हम लोग थोड़ा सा घूम आते हैं, मूड फ्रेश हो जाएगा!”
मैं कुछ सोचता, उससे पहले ही उसने सारिका की कमर में हाथ डाला और बोला, “Let’s go!”
वो दोनों चले गए।
जाते वक्त सारिका जब रूम से उतरी, तो उसकी बाहर आई हुई गांड देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा और गांड भी जल रही थी कि साला मेरी बीवी को ले जा रहा है!
करीब आधा घंटा टीवी देखने के बाद मेरे मन में फिर से ख्याल आया कि क्या कर रहे होंगे?
थोड़ा सोचकर मैं रूम से बाहर निकला, कार्ड निकाला, और रूम लॉक करके बीच की साइड ताक-झांक करने गया।
काफी दूर चलने के बाद जब इधर-उधर कहीं नजर नहीं आए.
तब मैं बीच के एक सुनसान किनारे की तरफ आया।
मैंने देखा, दूर पानी के पास एक बड़े से पत्थर के पास वह सारिका को हग करके किस कर रहा था।
फिर मैंने देखा कि उसके दोनों हाथ सारिका की भारी गांड सहला रहे थे।
मैं कुछ देर देखता रहा।
फिर उसने सारिका को उठाया और उस पत्थर पर रखकर उसकी दोनों टाँगों के बीच खड़ा होकर उसे किस करने लगा।
मेरी जलती रही।
वह सारिका को अपने बाप का माल समझकर उसकी कमर में हाथ डाले-डाले खूब चूसकर फिर बीच के ऊपर से रूम की तरफ ला रहा था।
मैं उन्हें वापस आते देखकर, वापस रूम में जाकर टीवी देखने लगा।
कुछ देर बाद वो दोनों वापस आए।
आते ही सारिका उससे अलग होकर सोफे पर आकर बैठ गई।
उसके बूब्स की निपल्स तीखी और बड़ी हो गई थीं जो उस ट्रांसपेरेंट फ्रॉक जैसी ड्रेस में तनकर बाहर आने को तैयार थीं।
तभी उसने स्कोर पूछा।
मैंने मन में सोचा, “चूसने के नंबर माँग रहा है क्या साला?”
फिर वह अंदर वाले रूम में गया और एक महँगी वाइन की बोतल लाया।
बोतल टेबल पर रखते हुए उसने खाने के बारे में पूछा, “क्या खाना चाहोगे आप लोग?”
मैं सोच रहा था कि पहली वाली ड्रिंक के बाद ये मेरी बीवी को बीच पर ले जाकर खूब चूस-चूसकर होठ सूजा के लाया है। और इस ड्रिंक के बाद चोद देगा!
पहले मैंने उस आदमी को इतने गौर से नहीं देखा था।
लेकिन अब पता चल रहा था कि करीब 6 फीट लंबाई, तगड़ा कसरती शरीर — वह किसी सांड से कम नहीं था!
ऐसे तगड़े बंदे के बगल में सारिका किसी मेमने जैसी नजर आ रही थी।
यह सब मेरी जली पर पेट्रोल का एक फव्वारा था।
अजीब उलझन से मेरी हालत खराब हो रखी थी।
खैर, करीब 10 बजे तक खाना-पीना करके फ्री हुए।
इधर टीवी में मैच के आखिरी ओवर चल रहे थे।
इधर समुद्र से हवाओं के साथ लहरों की खूब आवाजें आ रही थीं।
“चलो, पेमेंट करके आते हैं!” उसने कहा।
फिर हम लोग काउंटर पर गए, और वहाँ उसने एक सिगार जलाया और 3 दिन की फुल सर्विसेज का पेमेंट कर दिया।
वापस आकर वह सीधा रूम गया।
उसने एक सूट बॉक्स निकाला और अंदर वाले रूम में ही एक टेबल पर रखते हुए सारिका से बोला, “आप फ्रेश वगैरह हो जाओ, चेंज कर लो!”
रात के करीब 11 बजे होंगे।
वह आकर सोफे पर बैठ गया और टीवी देखने लगा।
कुछ ही देर में सारिका मुझे देखते हुए अंदर वाले रूम में रखे सूट की ओर जाने लगी।
सारिका के जाते ही उसने पूरे डेढ़ लाख रुपये कैश निकाले और बोला, “ये बहुत सारे पैसे हैं। लेकिन फिर भी ये मदद है, कोई कीमत नहीं ब्रो!”
मैं चुप रहा और टीवी देखता रहा।
इस बार वह अपना लाइटर ले आया था।
उसने बुझा हुआ सिगार फिर से जलाया और मुझे लाइटर ऑफर किया।
मैंने भी एक सिगरेट जला ली और पीने लगा।
तभी उसने वाइन की बोतल और गिलास उठाए और फिर 2 पेग बनाए।
एक को मुँह में भरकर कुल्ला करने लगा।
दूसरा मेरी तरफ बढ़ाते हुए उसने कहा, “थैंक्स फॉर टुनाइट!”
फिर वह अंदर वाले रूम की तरफ बढ़ने लगा।
मैं चुप रहा।
अंदर जाते-जाते उसने गेट को थोड़ा सा हिलाया, और फिर दरवाजा अपने आप धीरे-धीरे बंद हो गया।
मेरा ध्यान अब टीवी में नहीं लग रहा था।
तो मैंने एक ही घूँट में वो वाइन गटक ली और फिर से टीवी में ध्यान लगाने लगा।
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